Source :- LIVE HINDUSTAN
आरोप है कि शेख हसीना, उनके बेटे वाजेद और भतीजी ट्यूलिप सिद्दीक, जो ब्रिटेन की राजकोष मंत्री हैं, ने मलेशिया के बैंक खातों के जरिए परमाणु ऊर्जा परियोजना में 5 अरब डॉलर का गबन किया है।
बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की मुश्किलें दिन-ब दिन बढ़ती जा रही हैं। एक तरफ जहां बांग्लादेश सरकार ने उन्हें ढाका भेजने के लिए भारत सरकार को डिप्लोमैटिक नोट भेजा है, वहीं वहां के एक भ्रष्टाचार निरोधक आयोग ने उनके और उनके बेटे सजीब अहमद वाजेद के खिलाफ रूपपुर परमाणु ऊर्जा संयंत्र की स्थापना के लिए हुई डील में करप्शन के आरोपों की जांच शुरू कर दी है। बांग्लादेश के एंटी करप्शन कमीशन (ACC) ने आरोप लगाया है कि रूसी और भारतीय फर्मों द्वारा बनाए जा रहे रूपपुर न्यूक्लियर प्लांट डील में बड़े पैमाने पर करप्शन हुआ है।
ACC ने सोमवार को कहा कि खुले स्रोतों से मिली जानकारी के अनुसार यह प्रोजेक्ट वित्तीय अनियमितताओं से भरा है। इसलिए, अधिकारियों की एक विशेष टीम उन आरोपों की जांच कर रही है, जिसमें कहा गया है कि हसीना, वाजेद और हसीना की भतीजी ट्यूलिप सिद्दीक, जो ब्रिटेन की राजकोष मंत्री हैं, ने मलेशिया के बैंक खातों के माध्यम से 12.65 अरब डॉलर मूल्य के परमाणु ऊर्जा परियोजना में 5 अरब डॉलर का गबन किया है। ब्रिटेन की 42 वर्षीय सांसद ट्यूलिप सिद्दीक ने साल 2013 में रूस और बांग्लादेश के बीच न्यूक्लियर प्लांट की डील कराने में बड़ी भूमिका निभाई थी। आरोप है कि उनके परिवार ने इस प्रोजेक्ट में अरबों का घोटाला किया है।
अगस्त में पद छोड़ने और ढाका से भागने के बाद से भारत में रह रहीं हसीना या उनकी अवामी लीग पार्टी की ओर से इन आरोपों पर तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। बता दें कि रूपपुर परमाणु ऊर्जा संयंत्र के लिए बुनियादी ढांचा विकसित करने में भारतीय कंपनियां भी शामिल हैं। इस प्रोजेक्ट की स्थापना रूस की सरकारी परमाणु एजेंसी रोसाटॉम द्वारा किया जा रहा है। इस संयंत्र को तीसरे देशों में परमाणु ऊर्जा परियोजनाओं को आगे बढ़ाने के लिए भारत-रूस सौदे के तहत पहली पहल के रूप में देखा गया था लेकिन अब उस पर करप्शन के दाग लगे हैं।
जांचकर्ताओं का दावा है कि ट्यूलिप सिद्दीक और शेख हसीना के परिवार ने रूपपुर प्रोजेक्ट की लागत को बढ़ाकर बताया और करीब 3.9 अरब पाउंड यानी करीब 418 अरब रुपए का गबन किया है। बांग्लादेश के भ्रष्टाचार निरोधक आयोग ने कहा, “बांग्लादेश की बढ़ती ऊर्जा आवश्यकताओं के समाधान के लिए शुरू की गई ये परियोजना अब गंभीर आरोपों से लिप्त हो चुकी है। इसके तहत रिश्वत, कुप्रबंधन, मनी लॉन्ड्रिंग और सत्ता के संभावित दुरुपयोग के दावे इस परियोजना की अखंडता के प्रति कई चिंताएं पैदा कर रही हैं।
भ्रष्टाचार निरोधक आयोग ACC ने कहा कि उसने हसीना, सजीब अहमद वाजेद, ट्यूलिप सिद्दीक और हसीना की बहन शेख रेहाना के खिलाफ रूपपुर परमाणु ऊर्जा संयंत्र और विशेष आश्रय परियोजना सहित नौ परियोजनाओं में 80,000 करोड़ बांग्लादेशी टका के कथित भ्रष्टाचार के संबंध में एक और जांच शुरू की है। द गार्जियन की एक रिपोर्ट के मुताबिक, बांग्लादेश के भ्रष्टाचार निरोधक आयोग द्वारा परमाणु ऊर्जा संयंत्र के संबंध में गबन का आरोप लगाने के बाद ब्रिटिश कैबिनेट कार्यालय की औचित्य और नैतिकता टीम ने सिद्दीक से पूछताछ की थी। लेबर सांसद सिद्दीक ने इस परियोजना के लिए रूस के साथ हुई डील में मदद करने के आरोपों से इनकार किया है और कहा कि वह एक राजनीतिक षडयंत्र का शिकार हुई हैं।
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