Source :- NEWS18
Last Updated:June 09, 2025, 18:27 IST
करण जौहर के अनुसार हिंदी फिल्मों में गानों का महत्व बहुत होता है. फिल्म ‘जीत’ के गाने ‘अभी सांस लेने की फुर्सत नहीं’ को सुहागरात पर लिखा गया था. इस गाने के राइटर ने गाने को लेकर रोचक किस्सा शयेर किया था. उन्होंने बताया था कि गाने में क्या एक ब्लंडर था.
करण जौहर जब अपनी फिल्म बनाते हैं, तो वह मूवी की जितनी मेहनत गानों पर भी करते हैं. वह इस बात को बहुत ही मजबूती के साथ बताते हैं कि हिंदी ऑडियंस में सॉन्ग्स का बहुत महत्व होता है. अगर गाने हिट हुए तो फिल्म की सक्सेस के चांस भी बढ़ जाते हैं. ये फॉर्मूला आज से नहीं बल्कि सालों से हिंदी सिनेमा में चलता आ रहा है. तभी तो कई कई फिल्मों में 7-8 गाने भी आपको सुनने को मिल जाते हैं.

गानों की भी अपनी खासियत होती है. अपना मूड होता है. ऐसा नहीं है कि कोई भी गाना किसी भी फिल्म में ठूस दिया जाए. ऐसा कतई नहीं होता, बल्कि डायरेक्टर, सॉन्ग राइटर, संगीत डायरेक्टर और पूरी टीम फिल्म के सीन्स और सिचुएशन के हिसाब से गाने लिखते हैं और फिर गाने को सही जगह पर फिट किया जाता है.

एक किस्सा है सलमान खान और सनी देओल की फिल्म ‘जीत’ का. साल 1996 में ये फिल्म आई थी जिसे साजिद नाडियाडवाला ने प्रोड्यूस किया था. फिल्म एक रोमांटिक एक्शन फिल्म थी जिसमें सलमान खान, सनी देओल, करिश्मा कपूर, अमरीश पुरी और तब्बू नजर आई थीं.

राज कंवर के डायरेक्शन में बनी फिल्म ‘जीत’ ने बॉक्स ऑफिस पर सफलता का स्वाद चखा था. फिल्म की कहानी और कास्ट के साथ साथ सबसे ज्यादा तारीफ जिसकी हुई थी वो थे इसके गाने. जैसे- तू धरती पे चाहे जहां भी रहे, यारा ओ यारा, सांसों का चलना, अभी सांस लेने की फुर्सत नहीं से लेकर फिल्म में करीब 8 गाने थे और सब के साथ हिट रहे थे.

फिल्म के गाने कुमार सानू, अल्का यागनिक, उदित नारायण, कविता कृष्णमूर्ति, साधन सरगम और विनोद राठौड़ ने मिलकर गाए थे. मगर आज जिस किस्से की बात हम कर रहे हैं वो है ‘अभी सांस लेने की फुर्सत नहीं है, तुम मेरी बाहों में हो’.

‘अभी सांस लेने की फुर्सत नहीं है, तुम मेरी बाहों में हो’ गाने को सलमान खान और करिश्मा कपूर पर फिल्माया गया था जिसे सोनू निगम और अल्का यागनिक ने गाया था तो म्यूजिक डायरेक्टर नदीम-श्रवण थे.

इस गाने के बारे में फिल्म के राइटर समीर अंजान ने एक इंटरव्यू में बात की थी. ‘लल्लनटॉप’ को दिए इंटरव्यू में समीर अंजान से पूछा गया कि आखिर राइटर के जहन में ऐसा क्या आया कि उन्होंने ऐसे लिरिक्स लिखे कि अभी सांस लेने की फुर्सत नहीं…

इस सवाल के जवाब में समीर अंजान फिल्म के गाने ‘अभी सांस लेने की फुर्सत नहीं है’ को फुर्सत से समझाते हैं. वह कहते हैं, ‘ये गाना कहां होता है आपको याद है? अगर आप गाने की सिचुएशन को याद करो तो आप समझ जाएंगे कि ऐसा हीरो क्यों कहते हैं. दरअसल ये गाना सुहागरात पर लिखा गया था. उस सिचुएशन में कोई भी इंसान यही सोचता है कि अभी सांस लेने की फुर्सत नहीं होती.’

समीर अंजान ने बताया कि ये गाना सुहागरात पर था. ये गाना पहले बंद कमरे में फायर के बीच शूट होना था. जहां कपल के बीच रोमांटिक सीन होने थे. लेकिन वह डायरेक्टर पर भड़क गए थे. क्योंकि उन्होंने उस गाने को स्विट्जरलैंड की वादियों में फिल्मा दिया. जो गाना बंद कमरे में शूट होना था, वो उन्होंने खुलेआम शूट कर दिया. जहां हीरो अलग और हीरोइन अलग अलग खड़े हैं. वो क्लोजनेस की फीलिंग ही मार दी थी. समीर ये भी बताते हैं कि ये गाना उनका पसंदीदा गाना है.
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