Source :- LIVE HINDUSTAN

Sunset Anxiety : अगर सूरज ढलते ही आपको चिंता, तनाव और घबराहट महसूस होने लगती है तो, हो सकता है आप सनसेट एंग्जाइटी के शिकार हैं। यह समस्या उन लोगों में ज्यादा देखने के लिए मिलती है, जो पहले से ही अपने रोजमर्रा के जीवन में स्ट्रेस और किसी तरह के तनाव से होकर गुजर रहे होते हैं।

अगर सूरज डूबते ही आपका मन भी उदास होने लगता है, आपको जीवन में खालीपन महसूस होने के साथ अनजाना डर सताने लगता है, जिससे आप खुद को तनाव में महसूस करते हैं तो हो सकता है आप सनसेट एंग्जाइटी के शिकार हैं। सनसेट एंग्जाइटी ज्यादातर उन लोगों को अपना शिकार बनाती है, जो पहले से ही अपने जीवन में किसी तरह के स्ट्रेस या प्रेशर को झेल रहे होते हैं। बता दें, सनसेट एंग्जाइटी एक तरह की मानसिक स्थिति है, जिसमें व्यक्ति शाम के समय जरूरत से ज्यादा चिंता और स्‍ट्रेस फील करने लगता है। इस स्थिति में व्यक्ति को बहुत ज्‍यादा तनाव, डर या अनजाने भविष्य की चिंता सताने लगती है।

सनसेट एंग्जाइटी के लक्षण

-रात को सोने में मुश्किल हो सकती है।

-अकेलापन और खालीपन महसूस होना।

-सूर्यास्त के समय मन में उदासी और निगेटिविटी का आना।

-दिल की धड़कन तेज हो सकती है।

-शाम होते ही चिंता और बेचैनी का बढ़ जाना।

-पसीना आना।

-हाथ-पैरों में कंपन महसूस हो सकती है

-सांस फूलना।

-जरूरत से ज्यादा सोचना

-आत्मविश्वास की कमी हो सकती है।

सनसेट एंग्जाइटी के कारण

-डेली रूटीन सही नहीं होने से सनसेट एंग्जाइटी होती है।

-जिम्मेदारियों का दबाव

-पहले से अवसाद का होना

-जीवन में हुई कोई बुरी घटना

-जीवन का उद्देश्यहीन होना

सनसेट एंग्जाइटी से बचाव के उपाय

-सोने और उठने का एक समय।

-डीप ब्रीद‍िंग एक्‍सरसाइज करके तनाव और चिंता को कम करने की कोशिश करें।

-शाम को हल्का व्यायाम,योग, मेडिटेशन या टहलने जाएं।

-मनपसंद किताब पढ़ें

-निगेटिव विचारों से खुद को दूर रखें।

-परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताएं।

-पौष्टिक आहार लें।

-शाम होते ही हल्की रोशनी में रहें।

-नींद से समझौता न करें।

-शराब या कैफीन वाली चीजों को पीने से परहेज करें।

सलाह

लंबे समय से बनी हुई सनसेट एंग्जाइटी से निजात पाने के लिए किसी एक्सपर्ट की मदद लें।

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