Source :- LIVE HINDUSTAN

How To Check Heart Blockage: दिल में ब्लॉकेज हो रहा तो हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा रहता है। ऐसे में समय रहते डॉक्टर के पास जाने के साथ ही घर में इस तरीके से कर ले नसों में हो रही ब्लॉकेज का पता।

भारत में कॉर्डियोवस्कुलर डिसीज से सबसे ज्यादा लोग परेशान हैं। हर साल दिल की बीमारियों की संख्या दिन पर दिन बढ़ती जा रही है। एक स्टडी के मुताबिक इंडियन में डायबिटीज, हाइपरटेंशन, बेली फैट के साथ ही दिल की बीमारियों का रिस्क कम उम्र में ही रहता है। ऐसे में खुद की हार्ट हेल्थ का ध्यान रखना बेहद जरूरी रहता है। हार्ट हेल्थ को हमेशा चेक करते रहने के लिए डॉक्टर के पास जाना जरूरी है। लेकिन घर में भी नसों में हो रही ब्लॉकेज का पता लगाया जा सकता है। जिससे आप और भी ज्यादा हार्ट का ध्यान रख सकते हैं।

इन वजहों से हार्ट ब्लॉकेज का रिस्क बढ़ जाता है

स्मोकिंग

हाई ब्लड प्रेशर

हाई कोलेस्ट्रॉल

डायबिटीज

मोटापा या ओवरवेट

फैमिली हिस्ट्री

मेटाबॉलिक सिंड्रोम

क्रॉनिक किडनी डिसीज

हार्ट ब्लॉकेज के शुरुआती लक्षण

शरीर में हार्ट ब्लॉकेज के कुछ शुरुआती लक्षण दिखते हैं। जिससे आप अपना चेकअप करवा सकते हैं।

बिना मेहनत के थकान

स्टेमिना कम होना

चेस्ट डिस्कम्फर्ट

सांस लेने में तकलीफ

सिर में दर्द

चक्कर

घर में हार्ट ब्लॉकेज कैसे पता करें

घर में भी हार्ट ब्लॉकेज का समय से पता कर डॉक्टर के पास जाया जा सकता है। इन 4 तरीकों से घर में पता करें कि हार्ट में हो रही है ब्लॉकेज।

ब्लड प्रेशर मॉनिटर करें

सही डॉक्टर के गाइंडेंस में अपने ब्लड प्रेशर को चेक करते रहें और मॉनिटर करें। हेल्दी ब्लड प्रेशर की रेंज 120/80 रहती है। हालांकि ये रेंज कई बार एज, जेंडर, वजन और दवाओं पर भी निर्भर करती है।

हार्ट रेट ट्रैक करें

हार्ट रेट को मॉनिटर करके भी ब्लॉकेज का पता लगाया जा सकता है। कलाईयों पर दो उंगलियों को नसों के बीच में रखकर एक मिनट तक धड़कनों को काउंट करें। नॉर्मल रेस्टिंग हार्ट रेट आमतौर पर 60 से 100 हर एक मिनट पर होती है।

लें सीढ़ियों का टेस्ट

आपका हार्ट अच्छी तरह से परफार्म कर रहा है। इस बात का पता सीढ़ियां चढ़कर पता किया जा सकता है। रिसर्च कहती है कि लगभग चार मंजिला यानी कि 60 सीढ़ियों के स्टेप 90 सेकेंड या उससे कम समय में चढ़ना अच्छी हार्ट हेल्थ को दिखाता है।

उंगलियों से करें पता

नसों में हो रही ब्लॉकेज पता करने का एक और तरीका इन दिनों वायरल हो रहा है। जिसमे रिंग फिंगर और लिटिल फिंगर को दूसरे हाथ की उंगलियों से दबाएं और मिडिल फिंगर को हिलाते हुए हथेलियों तक छुआएं। ऐसा करने के दौरान अगर कलाई के पास वाली नसों में दर्द होता है। तो इसका मतलब है कि नसों में ब्लॉकेज और चेकअप की जरूरत है।

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