Source :- NEWS18
Last Updated:June 09, 2025, 15:39 IST
Parashar Rishi Lake: पराशर ऋषि न केवल वेदों और धर्मग्रंथों के महान ज्ञाता थे, बल्कि हिमाचल की धरती पर भी उनकी गहरी छाप है. मंडी जिले में स्थित पराशर झील और मंदिर उनकी अमिट साधना और उपस्थिति के प्रतीक है. यह स्थल हिमाचल की धार्मिक, ऐतिहासिक और प्राकृतिक धरोहर का अभिन्न हिस्सा है.
पराशर झील मंडी जिले के ऊपरी भाग में समुद्र तल से लगभग 2730 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है. यह झील एक रहस्यमयी झील मानी जाती है. जिसके बीचोंबीच एक छोटा-सा टापू (फ्लोटिंग टापू ) तैरता रहता है और उसका स्थान बदलता रहता है.

हिमाचल प्रदेश की हसीन वादियों में स्थित पराशर भी एक ऐसी झील है, जिसकी खूबसूरती देखकर आप भी खुशी से झूम उठेंगे. झील के पास स्थित पराशर ऋषि मंदिर लगभग 13वीं शताब्दी में बनाया गया था. जिसे पगोड़ानुमा शैली में निर्मित किया गया है.

मान्यता है कि पराशर ऋषि ने इस पवित्र स्थान पर वर्षों तक तपस्या की थी. उन्होंने यहां ध्यान और साधना के माध्यम से आध्यात्मिक ज्ञान प्राप्त किया और कई ग्रंथों की रचना की.

पराशर झील मंडी जिले के प्रमुख पर्यटक स्थलों में से एक है. जहां की प्राकृतिक सुंदरता, शांत वातावरण और धार्मिक वातावरण लोगों को आकर्षित करता है. यह स्थल हिमाचल प्रदेश की संस्कृति, परंपरा और आध्यात्मिक विरासत को दर्शाता है.

पराशर ऋषि न केवल वेदों और धर्मग्रंथों के महान ज्ञाता थे, बल्कि हिमाचल की धरती पर भी उनकी गहरी छाप है. मंडी जिले में स्थित पराशर झील और मंदिर उनकी अमिट साधना और उपस्थिति के प्रतीक है. यह स्थल हिमाचल की धार्मिक, ऐतिहासिक और प्राकृतिक धरोहर का अभिन्न हिस्सा है.
SOURCE : NEWS 18