Source :- LIVE HINDUSTAN
हाल ही में रिटायर हुए दो सीनियर इज़रायली खुफिया एजेंटों ने हिजबुल्लाह के खिलाफ अंजाम दिए पेजर अटैक को लेकर बड़ा खुलासा किया है। तीन महीने पहले पेजर और वॉकी-टॉकी विस्फोट में कई हिजबुल्लाह आतंकियों की जान चली गई थी और कई ने अपने हाथ-पैर गंवा दिए थे। एजेंटों ने रविवार रात स्थानीय चैनल को दिए इंटरव्यू में खुलासा किया उन्होंने 10 साल पहले ही पेजर और वॉकी-टॉकी पर बारूद भर दिए थे। माइकल नाम से एक काल्पनिक दुनिया रची। झूठे विज्ञापन चलाए। मोसाद एजेंटों ने पहली बार खुलासा किया कि कैसे इतने साल हिजबुल्लाह के आतंकी बेवकूफ बनते रहे।
हिजबुल्लाह ने हमास के 7 अक्टूबर 2023 के हमले के तुरंत बाद इजरायल पर हमला करना शुरू कर दिया था, जिससे इजरायल-हमास युद्ध छिड़ गया। रविवार रात को प्रसारित सीबीएस “60 मिनट्स” के एक सेगमेंट में इन रिटायर्ड एजेंटों ने खुलासा किया कि पेजर अटैक की प्लानिंग एक साल दो साल पहले की नहीं, 10 साल पहले की थी। बातचीत के दौरान इनकी पहचान गुप्त रखी गई और इन्होंने मुखौटे पहने हुए थे। इसके अलावा इनकी आवाज को भी बदला गया था।
माइकल नाम से काल्पनिक दुनिया बनाई
एक एजेंट ने बताया कि यह अभियान 10 साल पहले 2014 में शुरू किया गया था। वॉकी-टॉकी में बारूद भर दिए गए थे। हिजबुल्लाह को पता नहीं था कि वह अपने दुश्मन इजरायल से इन्हें खरीद रहा है। माइकल नाम से काल्पनिक दुनिया बनाई।”
डमी पर विस्फोट करा टेस्टिंग भी कराई
दूसरे अधिकारी ने बताया कि योजना का दूसरा चरण 2022 में तब शुरू हुआ जब मोसाद को पता चला कि हिजबुल्लाह ताइवान स्थित एक कंपनी से पेजर खरीद रहा है। पेजर को थोड़ा बड़ा बनाना पड़ा ताकि अंदर छिपे विस्फोटकों को रखा जा सके। विस्फोटक की सही मात्रा का पता लगाने के लिए कई बार डमी पर उनका परीक्षण भी किया गया, जिससे केवल हिजबुल्लाह के लड़ाके को ही नुकसान पहुंचे, न कि उसके आसपास मौजूद किसी और को। टेस्टिंग के दौरान मोसाद ने अनेकों रिंग टोन का परीक्षण किया ताकि ऐसी रिंगटोन ढूंढी जा सके जो इतनी जरूरी लगे कि कोई व्यक्ति अपनी जेब से पेजर निकाल ले।
झूठे विज्ञापन तक चलाए
दूसरे एजेंट गेब्रियल ने कहा कि हिजबुल्लाह को भारी और बड़े आकार के पेजर खरीदने के लिए राजी करने में दो सप्ताह लग गए। कुछ हद तक यूट्यूब पर झूठे विज्ञापनों का उपयोग करके उपकरणों को वॉटर प्रूफ, लंबी बैटरी वाले और अन्य के रूप में प्रचारित किया गया। हिजबुल्लाह को इस बात की जानकारी नहीं थी कि वह इज़रायल के छलावे में आ चुका है।
सितंबर तक हिजबुल्लाह आतंकवादियों की जेबों में 5000 पेजर थे। इजराइयल ने 17 सितंबर को पेजर पर धमाके किए और पूरे लेबनान में बड़े पैमाने पर हिजबुल्लाह आतंकी मारे गए। अगले दिन, मोसाद ने वॉकी-टॉकी ऐक्टिव किया और धमाके कर दिए। ये धमाके तब हुए जब पेजर हमलों में मारे गए लगभग 30 आतंकियों के अंतिम संस्कार के लिए उनके अन्य साथी मौजूद थे। गेब्रियल ने कहा कि हमारा लक्ष्य हिजबुल्लाह लड़ाकों को मारने से कहीं अधिक एक कड़ा संदेश भेजना था।
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