Source :- NEWS18
Last Updated:January 12, 2025, 15:11 IST
Benefits of Fasting: सदगुरु ने शरीर के पूरे सिस्टम की सफाई के लिए एक ऐसा टिप्स बताया है जिससे शरीर खुद ही बॉडी में पनप रही अधिकांश बीमारियों को खा जाता है. सदगुरु के ये टिप्स बेहद अद्भुत है और जिसे अपनाना भी बेहद आसान…और पढ़ें
हाइलाइट्स
- ज्यादातर बीमारियों की जड़ शरीर की गंदगी है.
- सदगुरु ने इसके लिए सिर्फ 1 टिप्स बताया है.
- इस टिप्स से 90 प्रतिशत बीमारियों को खत्म किया जा सकता है.
Benefits of Fasting: बड़ा काम करने के लिए शरीर का स्वस्थ होना बहुत जरूरी है. शरीर और मन साफ रहेगा तो ही आपका दिमाग जीवंत होगा. आपने गौर किया होगा कि जब आप भूखे होते हैं तो आपके बोध का स्तर ऊंचाई पर होता है. लेकिन जब आपके पेट में भोजन जमा रहता है, इसका पाचन सही से नहीं होता तो आप सुस्ती महसूस करते हैं. इस स्थिति में आप कुछ भी काम ढंग से नहीं कर पाते हैं. इसलिए यौगिक संस्कृति में भोजन अगर ढाई घंटे से ज्यादा पेट की थैली में रह जाए तो इससे हमारा पूरा सिस्टम गंदा हो जाता है. बोध का स्तर कम हो जाता है. इसलिए हमें अपने पूरे सिस्टम की सफाई करनी होती है. सिस्टम की सफाई का मतलब यह नहीं है कि सिर्फ पेट साफ हो बल्कि इसे कोशिकाओं के स्तर पर सफाई करने की जरूरत होती है. यह बात हम नहीं बल्कि सदगुरु ने बताया है. सदगुरु ने इसके लिए एक महान टिप्स बताया है जिसकी मदद से कोई भी अपने पूरे सिस्टम को साफ रख सकता है.
सिस्टम साफ करने के क्या हैं नियम
सदगुरु ने बताया कि शरीर को कोशिकाओं के स्तर तक साफ करने के लिए आपको प्रकृति के चक्र के साथ चलना होगा. जिस तरह धरती के एक चक्र पूरा होने से एक दिन होता है, चांद के एक चक्र पूरा होने से एक महीना होता है उसी तरह हमारे भोजन के बीच में भी एक चक्र होना चाहिए. अगर इस हिसाब से आप भोजन करेंगे तो आपके सिस्टम की सफाई कोशिकाओं के स्तर तक होती रहेगी. इसके लिए आपको एक काम करना होगा. 15 दिनों में आप सिर्फ एक बार उपवास कीजिए. इसके लिए जरूरी नहीं कि आप किसी धार्मिक मान्यताओं के हिसाब से पालन कीजिए. 15 दिनों में एक बार उपवास करने का मतलब है कि आप कुछ भी नहीं खाइए. अगर पानी और शहद पर रह सकते हैं तो यह अतिउत्तम है. अगर ऐसा नहीं कर सकते हैं तो आप एक लंबे अंतराल के बाद कुछ फल का सेवन कर वह दिन काट सकते हैं. कुछ ही दिनों में आप इसका फर्क महसूस करेंगे.
90 प्रतिशत बीमारियां नेस्तनाबूत
सदगुरु कहते हैं कि आपके शरीर की हर कोशिका को सेहत पैदा करने के लिए बनाया गया है. वे हमेशा मेहनत कर रही होती हैं. योग में एक भोजन से दूसरे भोजन के बीच 8 घंटे के अंतराल की सलाह दी जाती है. अगर आप ऐसा करेंगे तो आप देखेंगे आपकी जो भी स्वास्थ्य समस्याएं हैं, 6 सप्ताह में चली जाएगी. इसके बाद अगर आप कुछ और काम करें, जैसा कि योग और ध्यान, तो ये बेशक थोड़ा कठिन लगे लेकिन इन दोनों चीजों को करने से आपकी 90 प्रतिशत स्वास्थ्य समस्याएं चली जाएगी. 10 प्रतिशत अगर स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं रह जाती है तो इसे दवा से उपचार किया जा सकता है. लेकिन आप अपने शरीर में 90 प्रतिशत स्वास्थ्य समस्याओं को इन्हीं दोनों चीजों से खत्म कर सकते हैं. आपका शरीर ही बीमारियों को खा जाएगा.
उपवास के फायदे
सदगुरु कहते हैं कि खाना एक जागरूक प्रक्रिया. जागरुकता की अवस्था में ही भोजन करना चाहिए.अगर आपने अपने शरीर पर ध्यान दिया होगा तो पाया होगा कि आपको किसी खास दिन खाने का मन नहीं करेगा. जानवर भी किसी खास देने खाने से इनकार कर देता है. आपने कुत्ते और बिल्ली को ऐसा अक्सर करते हुए देखा होगा. वे किसी खास दिन भोजन नहीं करते हैं. अगर उसके सिस्टम में गंदगी भर गई है तो वे उस दिन कुछ नहीं खाएंगे और घास खाकर उल्टियां कर देगा. ऐसा कर वह अपने सिस्टम को साफ कर रहा होता है. अगर आपका सिस्टम कोशिकाओं के स्तर तक साफ है तो बोध के गहरे स्तर तक पहुंच जाएंगे. आपके दिमाग में महान चीजों की उत्पत्ति होगी. आप कोई भी काम समझदारी से करेंगे. आपके काम करने में सारे आयामों में जीवंतता होगी. जीवंतता अलग-अलग स्तर पर आपको अलग-अलग आयामों की ओर ले जाएगा. आपका सिस्टम अगर साफ रहेगा तो आप अपने शरीर को दर्द और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से मुक्त कर पाएंगे. निश्चित तौर पर सिर्फ उपवास से आपका पूरा सिस्टम साफ नहीं रहेगा लेकिन अगर आप सही भोजन को सही तरीके से ग्रहण करते हैं, भोजन के बीच में 7 से 8 घंटे का अंतराल रखते हैं और योग और ध्यान करते हैं और इसके साथ 15 दिनों में एक दिन उपवास करते हैं तो यह आपके महान लक्ष्य की प्राप्ति में बहुत सहायक बनेगा.
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