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इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने बीते दिनों गाजा में सीमित मात्रा में राहत सामग्री पहुंचाने की इजाजत दे दी थी। हालांकि मानवाधिकार समूहों का कहना है कि गाजा की स्थिति दयनीय है और इस कदम से लोगों को ज्यादा मदद नहीं मिलेगी।

बीते डेढ़ साल से युद्ध की मार झेलते गाजा की स्थिति और बदतर हो गई है। इजरायल ने गाजा पर पूर्ण कब्जा करने की योजना बनाने के बाद से पूरे इलाके में हमले तेज कर दिए हैं। इस बीच संयुक्त राष्ट्र ने गाजा को लेकर डराने चेतावनी जारी की है। संयुक्त राष्ट्र के मानवीय प्रमुख टॉम फ्लेचर ने चेतावनी दी है कि अगर गाजा में जल्द से जल्द मदद नहीं पहुंची तो गाजा में 48 घंटों के भीतर 14,000 बच्चे दम तोड़ सकते हैं।
फ्लेचर ने बीबीसी को बताया है कि इजरायल गाजा में बेहद सीमित मदद पहुंचाने दे रहा है। उन्होंने कहा कि गाजा के लोगों के लिए खड़ी राहत सामग्री से भरे ट्रक नागरिकों तक नहीं पहुंच पा रहे हैं। फ्लेचर ने आगे बताया कि सोमवार को सिर्फ पांच ट्रक ही गाजा में प्रवेश कर पाए। संयुक्त राष्ट्र अधिकारी के मुताबिक इजरायल द्वारा 11 सप्ताह की पूर्ण नाकाबंदी के बाद इन ट्रैकों को अंदर जाने की अनुमति देना समुद्र में एक बूंद के बराबर है।
फ्लेचर ने मंगलवार को कहा, “अगले 48 घंटों में हम इन 14,000 शिशुओं को बचाना चाहता हूं।” यह पूछे जाने पर कि संयुक्त राष्ट्र ने यह आंकड़ा कैसे निकाला उन्होंने कहा, “हमारी कई टीमें जमीन पर काम कर रही हैं। हमारे कई कर्मी माते भी गए हैं। वे लोगों की जरूरतों का आकलन करने की कोशिश कर रहे हैं।” इस दौरान फ्लेचर ने यह भी बताया कि संयुक्त राष्ट्र बुधवार को गाजा में 100 ट्रक भेजने की उम्मीद कर रहा है।
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