Source :- NEWS18

Written by:

Last Updated:May 25, 2025, 04:01 IST

हिंदी सिनेमा के पहले सुपरस्टार कहे जाने वाले राजेश खन्ना ने करियर की शुरुआत में कई फिल्मों में काम किया, लेकिन उन्हें वो स्टारडम नहीं मिला था. फिर साल 1969 में शर्मिला टैगोर के साथ ऐसी रोमांटिक फिल्म में काम कि…और पढ़ें

फिल्म ने रच दिया था इतिहास

हाइलाइट्स

  • राजेश खन्ना की फिल्म आराधना ने 100 दिनों तक सिनेमाघरों पर कब्जा किया.
  • फिल्म आराधना ने राजेश खन्ना को सुपरस्टार बना दिया.
  • 1969 में आई इस फिल्म ने 17 करोड़ की शानदार कमाई की थी.

नई दिल्ली. राजेश खन्ना ने अपने करियर की शुरुआत साल 1966 में की थी. लेकिन 3 साल तक उन्हें कोई बड़ी पहचान नहीं मिली थी.वह इस बीच तकरीबन 6 से 7 फिल्मों में नजर आए. लेकिन शोहरत नहीं मिली. फिर साल 1969 में उन्होंने फिल्म आराधना में काम किया. इस फिल्म के बाद तो उनके सितारे ऐसे चमके कि वो इंडस्ट्री में मिसाल देने वाले सुपरस्टार बन गए थे.

साल 1969 से 1975 तक का समय तो राजेश खन्ना के लिए बेहद लकी साबित हुआ था. इस बीच उन्होंने जिस फिल्म को हाथ लगाया वो हिट हो गई. काका एकमात्र ऐसे एक्टर रहे, जिन्होंने लगातार 15 सोलो हीरो वाली हिट फिल्में दी थीं. उनकी फिल्मों की टिकट तक मिलना मुश्किल हो जाता था. साल 1969 में आई आराधना तो 100 दिनों तक सिनेमाघरों से हटी नहीं थी.इस फिल्म ने ना सिर्फ राजेश खन्ना को बनाया सुपरस्टार, बल्कि उन्हें इंडस्ट्री में कभी ना मिटने वाली पहचान भी दी थी.

‘हम 1 स्क्रिप्ट पर काम कर रहे थे’, प्रियंका चोपड़ा संग ब्लॉकबस्टर दे चुका हीरो, मुकुल देव के निधन से टूट गया एक्टर

1969 से पहले इन फिल्मों में आए थे नजर

राजेश खन्ना ने अपने करियर की शुरुआत साल 1966 में आई फिल्म आखिरी खत से की थी. जिसे बासु भट्टाचार्य ने डायरेक्ट किया था. फिल्म को आलोचकों से सराहना तो मिली, लेकिन यह बॉक्स ऑफिस पर कुछ खास सफल नहीं हो पाई थी. इसके बाद राजेश साल 1967 में आई राज रोमांटिक ड्रामा में जनर आए. फिर बहारों के सपने (1967), औरत (1967), दौलत के दुश्मन (1968), इत्तेफाक (1969) और साल 1964 में आई फिल्म दोराहा में नजर आए थे. लेकिन ये फिल्म उन्हें कोई पहचान नहीं दे पाई थी.

100 दिनों तक किया थिएटर पर कब्जा

राजेश खन्ना की इस फिल्म को 100 दिनों तक दर्शक देखने सिनेमाघरों में गए थे.ये फिल्म लोगों ने इतनी पसंद की थी कि इसकी टिकटें तक मिलना मुश्किल हो गया था. फिल्म में राजेश खन्ना के साथ शर्मिला टैगोर और फरीदा जलाल भी नजर आई थीं. फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर कई रिकॉर्ड तोड़ दिए थे. बल्कि 100 दिन तक सिनेमाघरों से ये फिल्म हटी ही नहीं था. राजेश खन्ना और शर्मिला टैगोर की आइकॉनिक जोड़ी को भी लोगों ने काफी पसंद किया था.

फिल्म को आज भी नहीं भूल पाए हैं लोग

फिल्म के गाने मेरे सपनो की रानी, रुप तेरा मस्ताना, कोरा कागज था ये मन मेरा, चंदा है तू मेरा सूरज है तू, फिल्म की कहानी ही नहीं, इस फिल्म के गाने भी काफी हिट हुए थे. शक्ति समानता के डायरेक्शन में बनी इस फिल्म ने उस दौर में 17 करोड़ का बिजनेस किया था.

भारत पाकिस्तान की ताज़ा खबरें News18 India पर देखें
homeentertainment

56 साल पहले आई वो ब्लॉकबस्टर, 100 दिनों तक सिनेमाघरों पर किया कब्जा

और पढ़ें

SOURCE : NEWS18