Source :- LIVE HINDUSTAN
अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेने के लिए तैयार हैं। उनका शपथ ग्रहण समारोह 20 जनवरी को वाशिंगटन डीसी की कैपिटल बिल्डिंग में होगा। इस कार्यक्रम में वैश्विक नेताओं से लेकर तकनीकी दिग्गज और हर क्षेत्र के लोग शामिल होंगे। अमेरिका की तरफ से भारत और चीन को भी इस खास कार्यक्रम का निमंत्रण भेजा गया है। भारत की तरफ से विदेश मंत्री एस जयशंकर इस कार्यक्रम में शामिल होंगे, जबकि चीन के राष्ट्रपति का इस कार्यक्रम में शामिल होने को लेकर अभी कोई खबर सामने नहीं आई है। चीन से उपराष्ट्रपति या विदेश मंत्री कार्यक्रम में शिरकत कर सकते हैं।
रिपोर्ट्स के मुताबिक अमेरिका और वैश्विक जगत के कई लोग ट्रंप के इस शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने की जुगत लगा रहे हैं। ताकि वह आने वाले ट्रंप प्रशासन के साथ अपना समर्थन जता सकें। अमेरिकी तकनीक जगत के कई उद्योगपति इस कार्यक्रम के लिए चंदा दे चुके हैं।
कौन-कौन से वैश्विक नेता होंगे शामिल
ऐतिहासिक रूप से बात करें तो अमेरिका के राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण समारोह में वैश्विक नेताओं को आमंत्रित नहीं किया जाता है। लेकिन अपने खास व्यवहार के लिए जाने जाने वाले ट्रंप ने इस परंपरा को बदल दिया है। ट्रंप के मेहमानों की लिस्ट में सबसे बड़ा नाम चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग का है। वैश्विक स्तर पर अमेरिका के सबसे बड़े प्रतिस्पर्धी चीन के राष्ट्रपति को अपने शपथ ग्रहण पर बुलाना एक महत्वपूर्ण कदम है। इस मुद्दे पर बयान देते हुए ट्रंप की प्रवक्ता ने लेविट ने कहा कि ट्रंप ने केवल अपने दोस्तों बल्कि दुश्मनों और उन लोगों को भी बुलाना चाहते हैं, जिनसे अमेरिका की प्रतिस्पर्धा चल रही है। हालांकि चीनी राष्ट्रपति के इस कार्यक्रम में शामिल होने की संभावना नहीं है, उपराष्ट्रपति हान झेंग या विदेश मंत्री वांग यी को अमेरिका भेजा जा सकता है।रिपोर्ट्स के मुताबिक इस कार्यक्रम में इटली, अल सल्वाडोर, अर्जेंटीना आदि देशों के नेताओं के शामिल होने की उम्मीद है।
भारत की तरफ से विदेश मंत्री जयशंकर लेंगे हिस्सा
डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह में भारत की तरफ से विदेश मंत्री एस जयशंकर हिस्सा लेंगे। सरकार की तरफ से रविवार को घोषणा की गई कि विदेश मंत्री 20 जनवरी को वाशिंगटन डीसी में होने वाले इस कार्यक्रम में शिरकत करेंगे। इसके साथ ही वह वहां पर मौजूद कई वैश्विक नेताओं के साथ बैठक भी करेंगे।
शपथ ग्रहण समारोह के लिए सबसे ज्यादा चंदा
डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह के लिए अभी तक करीब 170 मिलियन डॉलर का चंदा आ चुका है। नए प्रशासन के साथ अपने रिश्तों को मजबूत रखने के लिए कई बिजनेस टायकून और उद्योगपतियों ने ट्रंप की टीम को जी भर कर दान दिया है। न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक अभी तक 170 मिलियन आ चुके हैं, जल्दी ही यह आंकड़ा 200 मिलियन डॉलर के पार पहुंच जाएगा। बोइंग, मेटा, गूगल, माइक्रोसॉफ्ट, ओपन एआई जैसे बड़े-बड़े बिजनेस ग्रुप्स ने जमकर पैसा दान किया है।
रिपोर्ट के मुताबिक ट्रंप के शपथ ग्रहण में इतनी ज्यादा संख्या में लोग आने वाले हैं कि मिलियन में दान करने वाले लोगों को भी वीआईपी टिकट देने से इनकार कर दिया गया है। ट्रंप की टीम के मुताबिक कई लोगों के वीआईपी पास देने से इनकार कर दिया गया है क्योंकि जगह की कमी है और सीटें पहले ही भर चुकी हैं।
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