Source :- LIVE HINDUSTAN
बांग्लादेश में शेख हसीना की सरकार हटने के बाद से ही भारत के साथ तनातनी बढ़ती ही जा रही है। बांग्लादेश में हिंदुओं पर होने वाले हमले को लेकर भारत ने कई बार आपत्ति जाहिर की है। वहीं अब सीमा पर बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (BGB) और बीएसफ के बीच तनाव बढ़ गया है। आम तौर पर भारत और बांग्लादेश की सरहद पर शांति रहती थी। हाालांकि घुसपैठ, कंटीले तारों की बाड़ की वजह से तनाव की खबरें। इसी बीच बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय ने सीमा पर तनाव को लेकर भारतीय उच्चायुक्त प्रणय वर्मा को तलब किया है।
यह घटनाक्रम बांग्लादेश द्वारा यह आरोप लगाए जाने के कुछ घंटों बाद सामने आया है कि भारत द्विपक्षीय समझौते का उल्लंघन करते हुए भारत-बांग्लादेश सीमा पर पांच स्थानों पर बाड़ लगाने की कोशिश कर रहा है। वर्मा को दोपहर लगभग तीन बजे मंत्रालय में प्रवेश करते देखा गया। विदेश सचिव जशीम उद्दीन के साथ उनकी बैठक लगभग 45 मिनट तक चली। बांग्लादेश की अंतरिम सरकार की ओर से हालांकि चर्चा के संबंध में कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया, लेकिन अधिकारियों ने पुष्टि की कि उच्चायुक्त को तलब किया गया है।
बीते दिनों बीजीबी के एक कमांडर ने दावा किया था कि बांग्लादेशी सेना ने गोडालिया नदी के किनारे पांच किलोमीटर के इलाके पर कब्जा कर लिया है। इस बयान के बाद तनातनी की स्थिति बन गई थी। इसके बाद बीजीबी और बीएसएफ के अधिकारियों की फ्लैग मीटिंग बुलाई गई। बीएसएफ ने कहा कि बीजीबी के अधिकारी ने भ्रामक बयान दिया था। बीएसएफ ने उन दावों को सिरे से खारिज कर दिया।
कई रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि सीमा पर बांग्लादेश की गतिविधियां संदिग्ध हैं। वहीं बीएसएफ बांग्लादेशी सीमा पर बाड़ का काम पहले से ही कर रही थी। एक रिपोर्ट में कहा गया कि बांग्लादेश की सीमा को बॉर्डर के पास खास तरह का ग़ड्ढा खोदते हुए भी देखा गया। इससे अंदाजा लगाया गया कि बांग्लादेश बंकर बनाने की तैयारी कर रहा है। दोनों देशों के सुरक्षाबलों में तीखी नोकझोंक भी हुई। ऐसे में बीजीबी ने सीमा पर अपने जवानों को बढ़ा दिया। इसके बाद बीएसएफ ने भी सीमा पर तैनाती बढ़ा दी।
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