Source :- NEWSTRACK LIVE

नई दिल्ली: स्मृति ईरानी, जो कि महिला और बाल विकास मंत्री रह चुकी हैं, महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए लगातार कार्य कर रही हैं। वर्तमान में, वह लुंबा फाउंडेशन के माध्यम से महिलाओं के कल्याण के लिए कई योजनाओं को लागू कर रही हैं, विशेषकर विधवा महिलाओं के जीवन स्तर में सुधार लाने के उद्देश्य से। 

उनकी नई पहल “Her Skill-Her Future” के तहत, देशभर में एक लाख विधवा महिलाओं को स्किल डेवलेपमेंट और प्रशिक्षण देने का प्रयास किया जा रहा है ताकि वे आत्मनिर्भर बन सकें। इस कार्यक्रम के पहले चरण में महिलाओं को अपनी जीवनशैली में बदलाव लाने और समाज में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए आवश्यक सहायता प्रदान की जाएगी। स्मृति ईरानी इस फाउंडेशन की वाइस प्रेसिडेंट हैं, जबकि इसकी प्रेसिडेंट चेरी ब्लेयर, पूर्व ब्रिटिश प्रधानमंत्री टोनी ब्लेयर की पत्नी हैं। इस कार्यक्रम की औपचारिक शुरुआत दिल्ली में हुई, जहां स्मृति ईरानी ने कहा कि महिलाएं कठिनाइयों या परिस्थितियों का शिकार नहीं होतीं, बल्कि उनमें प्रतिकूल परिस्थितियों से लड़ने और उन पर विजय पाने की ताकत होती है। 

स्मृति ईरानी की पहल का उद्देश्य विधवा महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण और सामाजिक उत्थान को बढ़ावा देना है। इस कदम से महिलाओं को न सिर्फ रोजगार के अवसर मिलेंगे, बल्कि उन्हें अपने पैरों पर खड़ा होने के लिए जरूरी मदद भी मिलेगी। यहां यह उल्लेखनीय है कि 2016 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी विधवा महिलाओं के लिए एक परियोजना शुरू की थी। मोदी ने अपने निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी में 5 हजार विधवाओं की मदद की थी। उसी दिशा में लुंबा फाउंडेशन ने इस कार्यक्रम को समूचे देश में विस्तारित करने का निर्णय लिया है। 

अब तक, लुंबा फाउंडेशन ने भारत, श्रीलंका, बांग्लादेश, नेपाल, सीरिया, केन्या, युगांडा, दक्षिण अफ्रीका, मलावी, रवांडा, चिली और ग्वाटेमाला जैसे देशों में 20 हजार से अधिक विधवाओं को सशक्त किया है। इसके प्रयासों से ही 10 साल पहले संयुक्त राष्ट्र ने 23 जून को अंतरराष्ट्रीय विधवा दिवस घोषित किया था। इसी हफ्ते, स्मृति ईरानी ने कानपुर में यूपी और उत्तराखंड की 56 महिला विधायकों के प्रशिक्षण कार्यक्रम में भी हिस्सा लिया था, जहां उन्होंने महिलाओं की भूमिका और संसदीय लोकतंत्र में उनकी हिस्सेदारी पर चर्चा की।

SOURCE : NEWSTRACK