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जेफ़ बेज़ोस स्पेस होड़ में क्या एलन मस्क का मुक़ाबला कर पाएंगे?

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Source :- BBC INDIA

जेफ़ बेज़ोस  और एलन मस्क

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जेफ़ बेज़ोस की ब्लू ओरिजिन स्पेस कंपनी अपने न्यू ग्लेन रॉकेट को फ़्लोरिडा के केप कैनावरल स्पेस फ़ोर्स स्टेशन से अंतरिक्ष में लॉन्च करने की तैयारी कर रही है.

सोमवार को तकनीकी समस्याओं के कारण इस लॉन्च को स्थगित कर दिया गया था, लेकिन उम्मीद है कि अमेजॉन संस्थापक की कंपनी आने वाले दिनों में इसे फिर से लॉन्च करेगी.

यह ऐसे समय में हो रहा है जब एलन मस्क की स्पेसएक्स कंपनी ने एक के बाद एक कई सफलताएं अर्जित की हैं, जिसमें पिछले साल वह रॉकेट लॉन्च भी शामिल है जिसमें स्टारशिप रॉकेट को दोबारा लॉन्च पैड में सुरक्षित उतारकर कंपनी ने इतिहास रच दिया था.

स्पेसएक्स ऐसा करने वाली दुनिया की पहली कंपनी बन गई.

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दिलचस्प है कि दोनों अरबपतियों की प्रतिद्वंद्वी स्पेस कंपनियां 20 साल पहले स्थापित की गईं थीं.

स्पेसएक्स ने हाल के सालों में ख़ासी बढ़त हासिल की है, लेकिन अगर न्यू ग्लेन का लॉन्च सफल होता है तो इस अंतर को वह कितना कम कर पाएगी?

स्पेसएक्स और ब्लू ओरिजिन की कामयाबी क्या है?

जेफ़ बेज़ोस

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स्पेसएक्स ने 2008 में अपना फ़ाल्कन 1 रॉकेट अंतरिक्ष की कक्षा में स्थापित किया था और 2012 में इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (आईएसएस) तक सामान पहुंचाया था.

इसने अब तक फ़ाल्कन 9 रॉकेट की 400 से अधिक लॉन्चिंग की है, जिसमें अंतरिक्ष में सैटेलाइट ले जाने से लेकर अंतरिक्ष यात्रियों और सामानों को आईएसएस तक पहुंचाना भी शामिल है.

ब्लू ओरिजिन ने अपने न्यू शेपार्ड रॉकेट की 28 उड़ानें लॉन्च की हैं, इनमें नौ में यात्रियों को अंतरिक्ष में ले जाया गया (कक्षा में नहीं). अभी तक इसने अंतरिक्ष कक्षा में कोई अंतरिक्षयान नहीं भेजा है.

दोनों ही कंपनियां नियंत्रित लैंडिंग और दोबारा इस्तेमाल किए जा सकने वाले रॉकेट बूस्टर बनाने में अग्रणी हैं, जिससे अंतरिक्ष यात्रा की लागत काफ़ी कम हो जाने का रास्ता खुलता है.

स्पेसएक्स ने दो बड़े अंतरिक्ष यान विकसित किए हैं- फ़ाल्कन हैवी, जोकि अभी इस्तेमाल में है और दूसरा स्टारशिप जोकि अबतक का बना सबसे बड़ा और शक्तिशाली अंतरिक्ष यान है. स्टारशिप की तीन परीक्षण उड़ानें हो चुकी हैं और कुछ एक में विस्फोट भी हुए हैं.

रॉकेट न्यू ग्लेन

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अक्टूबर 2024 में चॉपस्टिक्स कौशल से लॉन्चिंग पैड पर रॉकेट को दोबारा लैंड कराने वाली स्पेसएक्स दुनिया की पहली कंपनी बन गई थी.

इस तकनीकी करतब में स्टारशिप का निचला हिस्सा उसी लॉन्च पैड पर दोबारा लौटा जहां से इसे छोड़ा गया था और विशाल मेकैनिकल आर्म्स ने इसे हवा में ही थाम लिया था.

ब्लू ओरिजिन का न्यू ग्लेन फ़ाल्कन हैवी से बड़ा है, लेकिन स्टारशिप से छोटा है.

न्यू ग्लेन का बूस्टर वाला हिस्सा इस तरह से डिज़ाइन किया गया है कि उसे फिर से इस्तेमाल किया जा सकता है.

लॉन्चिंग के बाद, योजना यह है कि बूस्टर बाकी रॉकेट से अलग हो जाएगा और बेज़ोस की मां के नाम पर रखे गए एक विशेष पोत जैकलिन पर लैंड करेगा. इस पोत को अटलांटिक महासागर में रखा गया है.

हालांकि ब्लू ओरिजिन ने यह स्पष्ट किया है कि उसकी उम्मीदें सीमित हैं, लेकिन ये भी कहा है कि पहले लॉन्च में सफल लैंडिंग ‘सोने पर सुहागा’ होगा.

ब्लू ओरिजिन

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ब्लू ओरिजिन के स्पेस टूरिज़्म प्रोग्राम 18 साल के सबसे युवा अंतरिक्ष यात्री ओलिवर डैमेन और 90 साल के सबसे बुज़ुर्ग अंतरिक्ष यात्री एड ड्वाइट को अंतरिक्ष की सैर करा चुका है.

इसके साथ ही विज्ञान गल्प शो स्टार ट्रेक के एक्टर विलियम शैटनर और खुद मिस्टर बेज़ोस को भी अंतरिक्ष में ले जा चुका है.

ये अरबपति स्पेस क्षेत्र में इतना निवेश क्यों कर रहे हैं?

एलन मस्क

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मस्क एक्स (पूर्व में ट्विटर), टेस्ला और स्पेसएक्स के बॉस हैं और दुनिया के सबसे धनी व्यक्ति हैं.

उनका कहना है कि अपने अस्तित्व को बचाने के लिए इंसानी प्रजाति को ‘कई ग्रहों पर रहने’ के क़ाबिल होना चाहिए और मंगल ग्रह पर इंसानी कॉलोनी बनाए जाने के अपने विज़न के बारे में काफ़ी कुछ बोल चुके हैं.

2016 में अपनी योजनाओं का खाका खींचते हुए उन्होंने कहा था, “एक वास्तविक वैचारिक प्रतिबद्धता वाले किसी व्यक्ति के बिना, ऐसा नहीं लगता था कि हम अंतरिक्ष यात्री सभ्यता बनने के किसी रास्ते पर थे.”

ई-कॉमर्स कंपनी अमेजॉन के संस्थापक जेफ़ बेज़ोस, एक जनवरी की फ़ोर्ब्स की सूची के अनुसार, दुनिया के दूसरे धनी व्यक्ति हैं.

बेज़ोस ने 2021 में अमेज़ॉन के सीईओ के पद से इस्तीफ़ा दे दिया था ताकि ब्लू ओरिजिन पर अधिक ध्यान दे सकें.

उन्होंने पहले कहा था कि उनका मक़सद है कि “अंतरिक्ष तक रास्ता बनाया जाए ताकि हमारे बच्चे और उनके बच्चे भविष्य बना सकें.” उन्होंने ये भी कहा कि “यहां पृथ्वी पर मौजूद समस्याओं को हल करने के लिए हमें इसे करने की ज़रूरत है.”

ब्लू ओरिजिन का कहना है कि “इसकी स्थापना इस विज़न के साथ की गई कि पृथ्वी के फ़ायदे के लिए लाखों लोग अंतरिक्ष में रहें और काम करें.”

लेकिन इन अरबपतियों की अंतरिक्ष होड़ की कुछ लोग आलोचना भी करते रहे हैं और इसे पैसे का बेजा इस्तेमाल बताते हैं जिसे जलवायु परिवर्तन और वैक्सिनेशन जैसी समस्याओं पर खर्च करना बेहतर होता.

माइक्रोसॉफ़्ट के सह संस्थापक बिल गेट्स ने अपने जीवन का एक लंबा समय दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति के रूप में बिताया है.

उन्होंने 2023 में बीबीसी से कहा था, “असल में मंगल तक जाना बहुत अधिक खर्चीला है. आप खसरे का टीका ख़रीद सकते हैं और हर 1000 डॉलर (86,569 रुपये) में एक ज़िंदगी बचा सकते हैं.”

उन्होंने कहा, “यह एक तरह से बताता है कि आप मंगल पर न जाएं.”

न्यू ग्लेन के क़ामयाब लॉन्च का क्या मतलब होगा?

न्यू ग्लेन रॉकेट

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लंदन स्कूल ऑफ़ इकोनॉमिक्स में अंतरिक्ष अनुसंधान की नैतिकता और राजनीति के मामले में एक्सपर्ट डॉ. जिल स्टुअर्ट कहती हैं, “अभी यह ब्लू अरिजिन के लिए एक अहम पड़ाव है.”

वो कहती हैं, “एक क़ामयाब लॉन्चिंग कंपनी में भरोसे को बढ़ाएगा, जोकि इस समय उसके लिए बहुत ज़रूरी है क्योंकि स्पेसएक्स के मुक़ाबले यह बहुत पिछड़ चुकी है.”

उनके अनुसार, “लेकिन अंत में, अमेरिकी सरकार की दिलचस्पी है कि कई कंपनियां होड़ करें, ताकि वे इस बात को सुनिश्चित करना जारी रख सकें कि प्रतियोगिता है, जो क़ाबिलियत और नयेपन को लाएगी.”

इसके अलावा एक मुख्य होड़ भी है, शायद इस बात पर न हो कि कौन सबसे बड़ा रॉकेट दाग सकता है, बल्कि कौन सरकारी ठेके हासिल करता है.

डरहम यूनिवर्सिटी में एस्ट्रो पॉलिटिक्स में एसोसिएट प्रोफ़ेसर डॉ. ब्लेडीन बॉवेन के अनुसार, “अंतरिक्ष अनुसंधान और अंतरिक्ष यात्रा में अभी भी सरकारी खर्च का बहुत बड़ा हिस्सा है और निजी कंपनियां मुख्य रूप से सरकारी ठेके पाने की होड़ कर रही हैं.”

मस्क और बेज़ोस एक दूसरे को क्या समझते हैं?

एलन मस्क और जेफ़ बेज़ोस

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दोनों अरबपतियों का, सार्वजनिक तौर पर एक दूसरे को चुनौती देने का एक लंबा इतिहास रहा है.

उदाहरण के लिए साल 2021 में ब्लू ओरिजिन ने नासा मून लैंडिंग यान के लिए 2.9 अरब डॉलर का ठेका मस्क के स्पेसएक्स से हारने के बाद अमेरिकी सरकार पर मुकदमा कर दिया था.

हालांकि यह मुकदमा ब्लू ओरिजिन कंपनी हार गई लेकिन बाद में उसे चांद पर लैंडिंग का ठेका मिल गया.

कोर्ट के फ़ैसले के बाद मस्क ने एक्स पर ‘जज ड्रेड’ फ़िल्म का एक मीम पोस्ट किया और लिखा, “यू हैव बीन जज्ड (आपकी थाह ले ली गई है.)”

उन्होंने एक्स पर मिस्टर बेज़ोस की कंपनी को ‘सू ओरिजिन’ कहा था.

डॉ. स्टुअर्ट का कहना है कि भविष्य में और मुकदमे हो सकते हैं.

जेफ़ बेज़ोस

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वो कहती हैं, “एलन मस्क जैसे लोग ये दिखाना पसंद करते हैं कि यह वाइल्ड वेस्ट (जुनूनी पश्चिम) है और वे अंतरिक्ष में जो कुछ करना चाहें कर सकते हैं. लेकिन वास्तविकता में सुरक्षा और पर्यावरण को लेकर बहुत सारी ऐसी चिंताएं हैं जिन्हें बाहरी अंतरिक्ष में कुछ भी लॉन्च करने से पहले संबोधित करना होगा. ऐसे कई तरीक़े हैं जिनसे चीजें मुकदमे में उलझ सकती हैं.”

हाल ही में इस बारे में अटकलें थीं कि मस्क और नव निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच क़रीबी रिश्ते का अमेरिकी अंतरिक्ष कार्यक्रमों में निजी कंपनियों के शामिल होने पर क्या असर पड़ सकता है.

हालांकि बेज़ोस ने रॉयटर्स को बताया था कि वह इस बात से चिंतित नहीं हैं.

उन्होंने कहा, “एलन बहुत स्पष्ट हैं कि वह इसे सार्वजनिक हित में कर रहे हैं और अपने निजी फ़ायदे के लिए नहीं. और मैं उनके कहे पर भरोसा कर रहा हूं.”

सोमवार को लॉन्च के प्रयास से पहले मस्क ने एक्स पर ब्लू ओरिजिन को ‘शुभकामनाएं’ दीं.

लेकिन, जैसे-जैसे ब्लू ओरिजिन स्पेसएक्स के साथ बराबरी करना जारी रखेगा, लहजे की यह नरमी शायद न रहे.

बीबीसी के लिए कलेक्टिव न्यूज़रूम की ओर से प्रकाशित.

SOURCE : BBC NEWS