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बिन्यामिन नेतन्याहू

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इसराइली कैबिनेट ने ग़ज़ा में युद्ध विराम और बंधकों की रिहाई के लिए हमास के साथ हुए समझौते को मंज़ूरी दे दी. ये समझौता रविवार से लागू होना है.

प्रधानमंत्री बिन्यामिन नेतन्याहू के कार्यालय और हमास ने कुछ घंटे पहले ही कहा था कि समझौते के मसौदे को अंतिम रूप दे दिया गया है.

समझौते का एलान बुधवार को सबसे पहले अमेरिका और क़तर ने किया था.

इसके बाद समझौते को इसराइल कैबिनेट को गुरुवार को मंजूरी देनी थी, लेकिन बिन्यामिन नेतन्याहू ने कैबिनेट की वोटिंग को टालते हुए हमास पर समझौते में बदलाव करने के प्रयास का आरोप लगाया.

शुक्रवार को प्रधानमंत्री बिन्यामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने एलान किया कि दोहा में स्थित इसराइली वार्ता टीम ने समझौते को अंतिम रूप दे दिया.

हमास ने भी बयान जारी कर कहा कि समझौते की शर्तों के संबंध में उभरी “बाधाओं” को सुबह सुलझा लिया गया.

समझौते के तीन चरण हैं-

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने समझौते की जानकारी देते हुए बताया था कि पहला चरण छह सप्ताह तक चलेगा और इसमें ‘पूर्ण युद्ध विराम’ होगा.

जो बाइडन के अनुसार, दूसरे चरण का उद्देश्य ‘युद्ध का स्थायी अंत’ होगा.

तीसरे और अंतिम चरण में ग़ज़ा के पुनर्निर्माण की बात कही गई है.

इसराइली कैबिनेट

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हमास ने इसराइल पर सात अक्तूबर, 2023 को हमला किया था. इन हमलों में 1,200 लोग मारे गए और 251 लोगों को बंधक बनाकर हमास अपने साथ ले गए थे.

इसके बाद इसराइल ने जवाबी कार्रवाई की.

हमास द्वारा संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, इसराइल के हमले में 46 हज़ार से अधिक लोगों की मौत हुई है.

वहीं इसराइल का कहना है कि 251 बंधकों में से 94 अभी भी हमास के पास है और इसमें से 34 की मौत हो चुकी है.

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