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कई महिलाओं में वजाइनल डिस्चार्ज की समस्या रहती है। वैसे तो ये समस्या कॉमन है लेकिन इसे नजरअंदाज करने पर सीरियस समस्या हो सकती है। वैसे तो कई बार व्हाइट डिस्चार्ज पीरियड से पहले और ओवुलेशन के समय पर ज्यादा होता है। लेकिन अगर ये समस्या बहुत ज्यादा हो रही है तो इससे फंगल इंफेक्शन या यूटीआई की दिक्कत हो सकती है। अगर सफेद के अलावा ब्राउन कलर का डिस्चार्ज हो रहा है तो जानें इसकी वजह।

क्यों होता है ब्राउन वजाइनल डिस्चार्ज

-पीसीओएस होने पर अनियमित पीरियड्स की समस्या होती है। ऐसे में ये समस्या भी ब्राउन रंग के डिस्चार्ज का कारण बन सकती है।

– पीरियड्स की शुरुआत या अंत में भूरे रंग की ब्लीडिंग हो सकती है। हालांकि, ये पूरी तरह से सामान्य हो सकता है।

-बैक्टीरियल वेजिनोसिस, यीस्ट संक्रमण, और ट्राइकोमोनिएसिस या गोनोरिया जैसे यौन संचारित संक्रमण भी भूरे रंग के डिस्चार्ज का कारण बन सकता है।

-कुछ महिलाओं को ओव्यूलेशन के दौरान भूरे रंग का डिस्चार्ज हो सकता है।

-हार्मोनल बदलाव के कारण यूटरस लाइनिंग की परत का अनियमित बहाव हो सकता है, जिससे कई बार भूरे रंग का डिस्चार्ज हो सकता है।

– यूटरस की परत से जुड़ा एक फर्टिलाइज अंडा हल्की ब्लीडिंग का कारण बन सकता है। लेकिन कभी-कभी भूरे रंग का डिस्चार्ज हो सकता है। यह आमतौर पर फर्टिलाइजेशन के 1-2 हफ्ते बाद होता है।

-सर्वाइकल पॉलीप्स या फाइब्रॉएड भी भूरे रंग के डिस्चार्ज का कारण बन सकते हैं।

-भूरे रंग का स्राव प्रेगनेसी के शुरुआती लक्षण हो सकता है। यह एक्टोपिक प्रेगनेंसी या मिसकैरेज का संकेत दे सकता है।

-प्रीमेनोपॉज के दौरान हार्मोनल उतार-चढ़ाव के कारण ब्राउन रंग का डिस्चार्ज हो सकता है। हालांकि, ऐसा चालीसवें साल में होता है लेकिन कुछ के लिए यह पहले भी शुरू हो सकता है।

– ब्राउन रंग का वजाइनल डिस्चार्ज सर्वाइकल कैंसर जैसी गंभीर स्थितियों का संकेत हो सकता है। लेकिन यह आमतौर पर दूसरे लक्षणों के साथ होता है, जैसे सेक्स के दौरान दर्द या असामान्य वजन कम होना।

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डिस्क्लेमर: यह आर्टिकल केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है और पेशेवर चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। किसी चिकित्सीय स्थिति के बारे में किसी भी सवाल के लिए हमेशा अपने डॉक्टर की सलाह लें।

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