Source :- LIVE HINDUSTAN
इजरायल और हमास के बीच सीजफायर हो गया है और अब डील के तहत पहले राउंड में दोनों ने कुछ लोगों को छोड़ा है। हमास ने एक तरफ इजरायल के तीन बंधकों को रिहा किया तो वहीं इजरायल ने 90 कैदियों को छोड़ा है। यानी इजरायल की ओर से अपने एक बंधक के बदले में 30 कैदियों को रिहा किया गया है। इस बीच इजरायल पहुंचे तीन बंधकों को हमास की ओर से दिए गए एक दर्दनाक गिफ्ट की भी चर्चा हो रही है। दर्दनाक इसलिए क्योंकि इस गिफ्ट बैग में ऐसी चीजें शामिल हैं, जो इन लोगों को कैद के दौरान की क्रूरता याद दिलाएंगी। दरअसल इस गिफ्ट बैग में कुछ नहीं है बल्कि तमाम तस्वीरें हैं, जो हमास के लड़ाकों ने ली थीं। ये तस्वीरें उनकी कैद के दौरान की हैं, जिसमें किसी में बदहवास दिख रहे हैं तो कहीं रहम की भीख मांगते नजर आते हैं।
हमास ने इजरायली बंधकों को सर्टिफिकेट भी जारी किए हैं। इन सर्टिफिकेट्स में अल-अक्सा फ्लड ऑपरेशन लिखा है और अल कासिम ब्रिगेड लिखा है। दरअसल अल-अक्सा फ्लड ऑपरेशन नाम हमास ने 7 अक्टूबर के हमले को दिया था। इस हमले में 700 से ज्यादा इजरायलियों को हमास के लड़ाकों ने मार डाला था और बड़ी संख्या में लोगों को कैद कर लिया था। हमास ने इजरायल के तमाम बंधकों को कैद के दौरान ही क्रूरतापूर्वक मार डाला। अब करीब 30 बंधक ही बचे हैं, जिन्हें डील के तहत वह छोड़ेगा। वहीं इजरायल के एक बंधक को छोड़ने की एवज में उसने 30 फिलिस्तीनी कैदियों की रिहाई की मांग की है। साफ है कि इस डील में इजरायल को भी बड़ा समझौता करना पड़ा है।
इस समझौते को हमास अपनी जीत के तौर पर देख रहा है तो वहीं इजरायल का कहना है कि उसने गाजा में आतंकी संगठन के सभी ठिकानों को तबाह कर दिया है। ऐसे में अब सीजफायर करने में कुछ गलत नहीं है। वहीं हमास का कहना है कि इजरायल तो हमारे खात्मे की बात कर रहा था। फिर भी उसे समझौते की मेज पर आना पड़ा तो यह हमारी जीत ही है। इजरायली बंधकों की रिहाई के जो वीडियोज आए हैं, उसमें वे लोग हमास की ओर से जारी सर्टिफिकेट्स को दिखा रहे हैं। इसके अलावा उनके हाथों में हमास की ओर दिए गए बैग भी दिख रहे हैं। हमास की ओर से इस तरह की दर्दनाक यादों वाले गिफ्ट की निंदा की जा रही है। इसे क्रूरता के तौर पर देखा जा रहा है।
बता दें कि अमेरिका, कतर और मिस्र के प्रयासों से हमास औऱ इजरायल के बीच 42 दिनों के लिए सीजफायर की डील हुई है। इस डील के तहत हर सप्ताह 3 बंधकों को हमास छोड़ेगा, जबकि इजरायल की ओर से 90 कैदियों को रिहा किया जाएगा। यही नहीं गाजा में जाने वाली मानवीय सहायता को भी इजरायल नहीं रोकेगा।
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