Source :- LIVE HINDUSTAN
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने ईस्टर के मौके पर तीन साल से चल रही यूक्रेन जंग में युद्धविराम का ऐलान तो कर दिया, लेकिन इस बड़ी घोषणा के बीच यूक्रेन में रूस की कथित धोखाधड़ी सामने आई है। रूस कब्जा कर चुके यूक्रेनी गांवों, शहर पर अपने निशान बना रहा है। ऐसी रिपोर्ट है कि उसने हजारों यूक्रेनियों के घरों पर कब्जा कर लिया है। इतना ही नहीं सड़कों के नाम भी बदले जा रहे हैं।
रूस के कब्जे वाले यूक्रेनी शहर मारीउपोल में अब “रूसी पहचान” की छाप तेजी से दिखाई देने लगी है। शहर में रूसी प्रशासन व्यवस्थित तरीके से हजारों यूक्रेनी नागरिकों के घर जब्त कर रहा है, खासकर उन लोगों के जो 2022 की घेराबंदी के दौरान मारे गए या शहर छोड़कर भाग गए थे।
हजारों घरों की जब्ती
बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, कम से कम 5700 घरों की पहचान जब्ती के लिए की गई है, जबकि 3550 और घरों को “संभावित जब्ती” की सूची में डाला गया है। ये सभी आंकड़े रूसी-नियंत्रित मारीउपोल प्रशासन की वेबसाइट पर जुलाई 2024 के बाद से डाले गए दस्तावेज़ों पर आधारित हैं।
रूस ने इस हरकत को बताया- वैध चोरी
रूसी अधिकारी इन संपत्तियों को वैध चोरी करार देते हुए स्वीकारा कि जब्ती किए गए घर बिना मालिकों के हैं, लेकिन असलियत यह है कि इनके कानूनी मालिक यूक्रेनी नागरिक हैं, जिन्होंने रूस के कब्जे से बचने के लिए शहर छोड़ा या जिनकी मौत हो गई। कुछ मकानों के कानूनी वारिस अब भी दस्तावेजों के जरिए अपने हक की लड़ाई लड़ रहे हैं।
सड़कों के नाम भी बदले
मारीउपोल में न सिर्फ मकान जब्त किए जा रहे हैं, बल्कि सड़कों के नाम भी मास्को के निर्देशों के मुताबिक बदले जा रहे हैं। साथ ही, नए रूसी सैन्य ठिकाने भी बनाए जा रहे हैं। यह सब उस रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है, जिसके तहत यूक्रेनी शहरों को ‘रूसी रंग’ में रंगा जा रहा है। 2022 में रूस द्वारा किए गए 86 दिन लंबे घेराबंदी में मारीउपोल लगभग पूरी तरह बर्बाद हो गया था। मानवाधिकार संगठन ह्यूमन राइट्स वॉच के अनुसार, उस दौरान कम से कम 8,000 नागरिक मारे गए थे, और करीब 93% ऊंची इमारतें तबाह हो गई थीं।
रूस ने 70 से अधिक इमारतें भी बनाईं
रूस दावा कर रहा है कि उसने 70 से ज्यादा नई आवासीय इमारतें बनवा दी हैं, स्थानीय लोगों का कहना है कि शहर में अभी भी भीषण हाउसिंग संकट बना हुआ है। इस बीच, खाली पड़े फ्लैटों में बिना इजाजत लोग रहने लगे हैं और मालिकों को जब्ती का नोटिस भेजा जा रहा है।
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