Source :- NEWS18
Last Updated:April 20, 2025, 15:49 IST
फिल्म ‘फुले’ पर विवाद जारी है. ब्राह्मण रक्षा मंच ने फिल्म की रिलीज रोकने की मांग की और अनुराग कश्यप को धमकी दी. फिल्म की रिलीज डेट बदलकर 11 अप्रैल से आगे बढ़ा दी गई है.
‘फुले’ का सपोर्ट कर रहे अनुराग कश्यप. (फोटो साभारः यूट्यूब वीडियोग्रैब)
हाइलाइट्स
- फिल्म ‘फुले’ की रिलीज पर विवाद जारी है.
- ब्राह्मण रक्षा मंच ने फिल्म की रिलीज रोकने की मांग की.
- अनुराग कश्यप को धमकी दी गई, फिल्म की रिलीज डेट बढ़ाई गई.
मुंबई. प्रतीक गांधी और पत्रलेखा स्टारर ‘फुले’ पर विवाद खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. फिल्म में कई सींस और डायलॉग्स पर सीबीएफसी ने बदलाव के आदेश दे दिए हैं. मेकर्स ने इस पर सहमति भी जताई है लेकिन विवाद बढ़ता ही जा रहा है. अब फिल्म को लेकर ब्राह्मण रक्षा मंच ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की और ‘फुले’ की रिलीज पर रोक लगाने की मांग की है. इतना ही फिल्म को सपोर्ट करने वाले अनुराग कश्यप को भी धमकी दी है. उन्होंने कहा कि वह अनुराग जैसे लोगों का इलाज करेंगे.
ब्राह्मण रक्षा मंच के अनूप पांडे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “आए दिन देखा जा रहा है कि कभी राणा सांगा पर टिप्पणी की जाती है, तो कभी किसी और महापुरुषों पर टिप्पणी की जाती है. टूट पुंजिया निर्देशक अनंत महादेवन ने जातियों को गाली दी. आज ब्राह्मणों को गाली दी और कल किसी और को दोगे.”
अनूप पांडे ने आगे कहा, “इतिहास के साथ खिलवाड़ करने वाले नए नए विद्वान बने लोगों के खिलाफ अभियान चलाएंगे. अनुराग कश्यप नशेड़ी आदमी किसी समाज को गाली देकर चला जाए और SC संज्ञान ना लें. अनुराग कश्यप जैसे लोगों का इलाज ब्राह्मण समाज करेगा.

ब्राह्मण रक्षा मंच की प्रेस रिलीज.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सौंपेंगे ज्ञापन
ब्राह्मण रक्षा मंच की अदिति शर्मा ने कहा कि ब्राह्मणों का अपमान करने वाली फिल्म पर रोक लगाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ज्ञापन दिया जाएगा. इस ज्ञापन में लिखा है कि तथ्यों को तोड़मरोड़ कर पेश किया गया है. खास समाज के प्रति नफरत फैलाने को लेकर आपत्ति है. इस फिल्म में ब्राह्मणों के खिलाफ कहानी दिखाकर उनके खिलाफ नफरत फैलाया जा रहा है. ऐसी फिल्म को बंद करना चाहिए और इस पर रोक लगाई जाए.
ब्राह्मणों ने की थी ज्योतिबा फुले की मदद
ब्राह्मण रक्षा मंच अपनी प्रेस रिलीज में भी लिखा है कि ब्राह्मणों ने ज्योतिबा फुले को 20 स्कूल खोलने में मदद की थी. जब फुले ने सत्य शोधक समाज खोला तो ब्राह्मण वर्ग ही इसके स्तंभ थे. ब्राह्मण समाज ने हेशमा सामाजिक समरसता भाईचारा एवं समाज को अच्छी दिशा देने काम काम किया है. बता दें, विरोध के चलते ही फिल्म की रिलीज डेट बदली गई है. फिल्म पहले 11 अप्रैल को रिलीज होनी थी.
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