Source :- KHABAR INDIATV
ऋषभ पंत
लखनऊ को एक और आईपीएल मैच में हार का सामना करना पड़ा है। ये मैच केएल राहुल और ऋषभ पंत के लिए काफी अहम था। इससे पहले भी इसी सीजन दिल्ली की टीम ने लखनऊ को मात दी थी, लखनऊ के पास बदला लेने का मौका था, लेकिन इस बार भी दिल्ली की टीम बाजी मार ले गई। इस बीच मैच के अगर विलेन की बात की जाए तो वो कोई और नहीं, बल्कि लखनऊ के कप्तान ऋषभ पंत ही हैं। उन्हें हीरो के तौर पर देखा जा रहा था, लेकिन वे असल में जीरो निकले। इस बार भी वे शून्य पर आउट हो गए।
लखनऊ को मिली थी एक अच्छी शुरुआत
लखनऊ को इस मैच में एडन मारक्रम और मिचेल मार्श ने अच्छी शुरुआत दी थी। दोनों के बीच 50 से भी ज्यादा रनों की पार्टनरशिप हुई थी। जब दसवें ओवर में 87 के स्कोर पर टीम का पहला विकेट गिरा तो तीसरे नंबर पर निकोलस पूरन आए। हालांकि वे इस बार ज्यादा कुछ नहीं कर सके और केवल 9 रन बनाकर आउट हो गए। इसके बाद नंबर चार पर ऋषभ पंत को आना था, लेकिन वे नहीं आए। उन्होंने अब्दुल समद को मौका दे दिया। पंत नंबर पांच पर भी नहीं आए, यहां पर डेविड मिलर आए। नंबर छह पर आयुष बदोनी को बतौर इम्पैक्ट प्लेयर आए। नंबर सात पर कप्तान ऋषभ पंत बल्लेबाजी के लिए आए।
दो बॉल खेलकर और बिना खाता खोले आउट हो गए पंत
कप्तान ऋषभ पंत पारी के आखिरी ओवर में बल्लेबाजी के लिए आए और बिना खाता खोले यानी शून्य रन पर आउट हो गए। उनके आने के बाद टीम के खाते में एक भी रन नहीं जुड़ा। पंत का नंबर सात पर आना किसी को भी समझ नहीं आया। जो खिलाड़ी अपनी विस्फोटक बल्लेबाजी के लिए जाना जाता हो, उसका आखिरी ओवर में दो बॉल के लिए आना समझ से परे है। वो भी दो बॉल पर कोई रन नहीं बना सके।
27 करोड़ रुपये जा रहे हैं पानी में
ऋषभ पंत को आईपीएल के इस सीजन में 27 करोड़ रुपये क्या इसी काम के लिए दिए गए हैं। ये तो संजीव गोयन्का ही बना सकते हैं। अगर यही कराना है तो फिर ये काम तो कोई भी कर सकता है। कप्तानी में भी ऋषभ पंत कुछ ऐसा नहीं कर रहे हैं, जिसकी बात की जाए। अगर ऋषभ पंत का आगे के मैचों में भी यही रवैया रहा तो फिर टीम को संकट में जाने से कोई भी उबार नहीं सकता। निश्चित तौर पर टीम अभी भी टॉप 4 पर जाने की दावेदार है, लेकिन अगर यही चला तो बड़ी बात नहीं कि टीम फिर से नीचे चली जाए।
SOURCE : KHABAR INDIAN TV