Source :- LIVE HINDUSTAN
अक्सर पैरेंट्स हेल्दी समझकर बच्चों को सोने से पहले दूध देते हैं। जबकि ये आदत उनके लिए नुकसानदायक भी हो सकती है। आइए जानें इसके नुकसान और दूध पीने का सही समय भी।
दूध पीना एक हेल्दी हैबिट है, जिसे इंडियन पैरेंट्स बचपन से ही बच्चों में डाल देते हैं। बच्चा भले ही दूध को देखकर कितना नाक-मुंह बनाएं, उसका बिना दूध पीए बिना सोना तो मुमकिन नहीं। बच्चे के विकास के लिए यह जरूरी भी है। लेकिन कई पैरेंट्स बच्चे को सोने से तुरंत पहले ही एक गिलास दूध थमा देते हैं, जो बिल्कुल भी हेल्दी नहीं। पैरेंट्स को लगता है कि सोने से तुरंत पहले दूध पीने से बच्चा हेल्दी रहेगा, उसकी ग्रोथ अच्छी होगी और वेट भी बढ़ेगा। जबकि ये आदत फायदे की जगह कई नुकसान ले कर भी आ सकती हैं। तो चलिए जानते हैं कि क्यों सोने से पहले दूध पीना नुकसानदायक हो सकता है और साथ ही इसे पीने का सबसे बेहतरीन समय भी जानेंगे।
हो सकती हैं पेट से जुड़ी समस्या
रात में सोने से तुरंत पहले दूध पीना बच्चों में पेट से जुड़ी परेशानियों की वजह बन सकता है। दरअसल दूध काफी हेवी होता है, जिसे पचाना थोड़ा मुश्किल होता है। ऐसे में बच्चों को सोने से पहले दूध पिलाने पर पेट दर्द, गैस, ब्लोटिंग जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं। इससे उनकी नींद पर भी बुरा प्रभाव पड़ सकता है जो ओवरऑल हेल्थ के लिए सही नहीं। खासतौर से अगर आपके बच्चे का पाचन पहले से ही कमजोर है या उसके लिए दूध पचाना मुश्किल होता है; तो ये गलती बिल्कुल ना करें।
डेंटल हेल्थ पर डाल सकता है बुरा असर
रात में दूध पी कर सोने से बच्चों की डेंटल हेल्थ पर भी बुरा असर पड़ सकता है। अगर आप बच्चों के दूध में चीनी नहीं भी मिलाते हैं, तो दूध में मौजूद नेचुरल शुगर दांतों को डैमेज करने का काम कर सकती है। रात भर ये बच्चों के मुंह में रहती है और बैक्टीरिया इसे एसिड में कन्वर्ट कर देते हैं। इससे दांतों में कैविटीज, दांत गलने और कीड़े लगने का खतरा बढ़ जाता है।
नींद होती है प्रभावित
कई पैरेंट्स का मानना होता है कि सोने से तुरंत पहले एक गिलास गरमा-गरम दूध पीने से नींद अच्छी आती है। जबकि डॉक्टर्स की मानें तो दूध में नेचुरल शुगर मौजूद होती है तो ब्लड शुगर लेवल को अचानक से बढ़ा सकती है। इससे बच्चों में हाइपरएक्टिविटी हो सकती है, जिस वजह से उन्हें सोने में परेशानी हो सकती है। इससे बच्चे की ओवरऑल हेल्थ पर बुरा असर पड़ सकता है।
इन परेशानियों को भी ना करें नजरंदाज
अगर आपके बच्चे को लगातार खांसी-जुकाम की समस्या बनी रहती है, तो यह भी रात में दूध पीने की वजह से हो सकता है। इसे मिल्क बिस्किट सिंड्रोम कहा जाता है। इसके अलावा अगर बच्चा छोटा है तो बिस्तर पर पेशाब करने की समस्या भी बढ़ सकती है। दूध में मिली चीनी और फ्लेवर्ड पाउडर बच्चे के अनहेल्दी वेट गेन का भी कारण बन सकते हैं।
क्या है दूध पीने का सही समय?
अब सवाल उठता है कि बच्चों को दूध देने का सही समय क्या है। तो बता दें कि आप बच्चे को ब्रेकफास्ट के दौरान एक गिलास दूध दे सकते हैं। इससे दूध अच्छी तरह पचेगा भी बच्चे को उसका पूरा पोषण भी मिलेगा। इसके अलावा आप डिनर के एक घंटे बाद भी बच्चे को दूध दे सकते हैं। इसके बाद बच्चे को हल्की चहल-कदमी करने दें और ब्रश किए बिना ना सुलाएं।
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