Source :- NEWS18
Menstrual Hygiene Day 28 May: मासिक धर्म स्वच्छता दिवस (Menstrual Hygiene Day 2025) हर साल 28 मई को मनाया जाता है. इस वार्षिक दिवस को सेलिब्रेट करने का उद्देश्य मासिक धर्म स्वच्छता प्रबंधन (MHM) के बारे में लोगों के बीच जागरूकता बढ़ाना है. साथ ही पीरियड्स के दौरान महिलाओं द्वारा सामना की जाने वाली विभिन्न चुनौतियों को संबोधित करना है. यह दिवस एक वैश्विक पहल है, जिसका उद्देश्य लोगों को पीरियड्स के हाइजीन के लाभों के बारे में शिक्षित करना, इससे जुड़े टैबू को तोड़ना और हाइजीन, शिक्षा तक बेहतर पहुंच की वकालत करना है.
आयुशक्ति की सह-संस्थापक और आयुर्वेद चिकित्सक, वैद्य स्मिता नारम कहती हैं कि हर महीने महिलाओं को पीरियड्स के कारण परेशानी उठानी पड़ती है. पेट दर्द, कमर दर्द, सिर दर्द से लेकर इर्रिटेशन, खाना न खाना, चिड़चिड़ापन आदि समस्याओं से दो-चार होना पड़ता है. पीरियड्स में हाइजीन, साफ-सफाई जितना जरूरी है, उतना ही जरूरी है हेल्दी डाइट लेना. कुछ ऐसी चीजों का सेवन करना जो दर्द, ऐंठन को कम करते हैं. पेट के निचले हिस्से के मसल्स को रिलैक्स करते हैं.
कुछ महिलाएं या युवतियां ऐसी भी हैं, जिन्हें दो महीने के गैप या इर्रेगुलर पीरियड्स होते हैं. पीरियड्स मिस हो जाते हैं. यदि पीरियड्स हर महीने सही समय पर हो तो इसका मतलब है कि आपकी सेहत और हार्मोन बैलेंस है. हालांकि, आज के शहरी और आधुनिक जीवनशैली में महिलाओं पर बहुत अधिक घर-बाहर का वर्क प्रेशर, तनाव, चिंता, फिक्र में जीती हैं. इसका असर महिलाओं के मूड और मासिक धर्म चक्र पर भी पड़ता है. आपको कुछ ऐसे फूड्स के बारे में बता रहे हैं, जिन्हें आप अपने दैनिक आहार में शामिल कर सकते हैं ताकि मासिक धर्म चक्र नियमित रहे…
हरी पत्तेदार सब्ज़ियां खाएं: वैद्य स्मिता नारम कहती हैं, पत्तेदार सब्जियों में आयरन और कई आवश्यक पोषक तत्व भरपूर मात्रा में मौजूद होते हैं, जो आपके शरीर को मासिक धर्म के दौरान ज़रूरत होती है. दिन में एक बार सलाद खाएं. इससे शरीर को ज़रूरी आयरन और पोषक तत्व प्राप्त होते हैं. हालांकि, बहुत अधिक हरी सब्ज़ियां खाने से पेट फूला हुआ महसूस हो सकता है, इसलिए मात्रा का ध्यान रखें.
दालें और फलियां: हरी सब्ज़ियों की तरह ही, दालें और फलियां भी आयरन का अच्छा स्रोत हैं. ये शरीर का बैलेंस बनाए रखने में मदद करती हैं. इनका सेवन सीमित मात्रा में करें, क्योंकि यह गैस और पेट फूलने की समस्या पैदा कर सकती हैं.
नट्स और बीज: ये छोटे ज़रूर होते हैं, लेकिन पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं. ये बीज और नट्स आपके शरीर के लिए कई तरह से फायदेमंद होते हैं. ध्यान रखें कि कई बार ये नमक वाले होते हैं, जिससे शरीर में पानी रुक सकता है. ब्लड शुगर लेवल अचानक कम हो सकता है. प्रोसेस्ड की बजाय कच्चे नट्स और बीजों का सेवन करें.
कैमोमाइल टी: कैमोमाइल की चाय एक तरह से जीवनरक्षक होती है. पीरियड्स के दौरान कैफीन से दूर रहें, क्योंकि यह असहजता बढ़ा सकता है. कैमोमाइल चाय में ऐसे गुण होते हैं, जो मांसपेशियों के ऐंठन से राहत देते हैं. तनाव को कम करने में मदद करते हैं. मतली और पेट फूलने से राहत पाने के लिए अदरक वाली चाय पी सकती हैं.
कैल्शियम: लो फैट दही न सिर्फ पाचन में मदद करता है, बल्कि यह कैल्शियम का एक अच्छा स्रोत भी है. ये पीरियड्स में आराम और राहत प्रदान कर सकता है.
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