Source :- LIVE HINDUSTAN
ओला (OLA) की मुश्किलें लगातार बढ़ती ही जा रही हैं। महाराष्ट्र में कंपनी के 100 से ज्यादा शोरूम बंद हो गए हैं। इसके अलावा 200 से ज्यादा ईवी जब्त किए गए हैं। आइए इसके पीछे की वजह जानते हैं।
देश में जब से इलेक्ट्रिक वाहनों का क्रेज बढ़ रहा है, तब से ओला इलेक्ट्रिक (Ola Electric) जैसी कंपनियां तेजी से आगे बढ़ रही थीं। लेकिन, अब महाराष्ट्र सरकार की एक कड़ी कार्रवाई ने ओला इलेक्ट्रिक (Ola Electric) को बड़ा झटका दिया है। महाराष्ट्र के परिवहन विभाग (Transport Department) ने ओला इलेक्ट्रिक (Ola Electric) के 100 से ज्यादा शोरूम को “बिना लाइसेंस” ऑपरेट करते हुए पकड़ा है। आइए जरा विस्तार से इसकी डिटेल्स जानते हैं।
CNBCtv18 की एक रिपोर्ट के अनुसार कार्रवाई के दौरान 131 शोरूमों में से 107 शोरूम नियमों के खिलाफ पाए गए हैं। 104 शोरूमों को नोटिस भेजा गया है। वहीं, 43 शोरूम अब तक बंद किए जा चुके हैं। इसके अलावा 214 इलेक्ट्रिक स्कूटर्स जब्त किए गए हैं। यह कार्रवाई इसलिए की गई, क्योंकि इन डीलरशिप्स के पास जरूरी “ट्रेड सर्टिफिकेट” नहीं था, जो कि भारत में किसी भी वाहन को बेचने या टेस्ट ड्राइव के लिए दिखाने के लिए अनिवार्य होता है।
क्यों जरूरी है ट्रेड सर्टिफिकेट?
सरल शब्दों में कहें तो ट्रेड सर्टिफिकेट एक सरकारी परमिशन है, जो किसी भी शोरूम को गाड़ियों की बिक्री और टेस्ट ड्राइव की इजाजत देता है। बिना इसके वाहन बेचना या दिखाना कानूनन अपराध है।
सरकार ने क्या किया?
महाराष्ट्र के संयुक्त परिवहन आयुक्त (Joint Transport Commissioner) ने सभी RTO अधिकारियों को निर्देश दिया है कि ऐसे सभी डीलरशिप्स की लॉगिन आईडी 24 घंटे में बंद कर दी जाए। अभी तक की गई कार्रवाई की जानकारी सरकार को भेजी जाए। उल्लंघन करने वाले शोरूमों की स्थिति अपडेट की जाए।
Ola इलेक्ट्रिक पर क्या असर?
यह कार्रवाई ऐसे समय में हो रही है, जब ओला इलेक्ट्रिक (Ola Electric) देशभर में अपने EV नेटवर्क को विस्तार देने की कोशिश में है। महाराष्ट्र EV का एक महत्वपूर्ण मार्केट है। इस तरह की बाधाएं कंपनी की सेल्स और ब्रांड इमेज दोनों को प्रभावित कर सकती हैं।
Ola इलेक्ट्रिक की प्रतिक्रिया?
अब तक ओला इलेक्ट्रिक (Ola Electric) की ओर से इस पूरे मामले पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है। कंपनी को सरकार की तरफ से शो-कॉज नोटिस (स्पष्टीकरण नोटिस) भेजा गया है और उनसे जवाब मांगा गया है।
ओला इलेक्ट्रिक (Ola Electric) जैसी कंपनियां भारत में EV क्रांति ला रही हैं, लेकिन कानूनी नियमों का पालन करना हर ब्रांड की जिम्मेदारी है। यह घटना दिखाती है कि चाहे तकनीक कितनी भी आगे क्यों न हो, नियमों का पालन अनिवार्य है। अब देखना होगा कि ओला (Ola) इस संकट से कैसे बाहर निकलती हैं?
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