Source :- LIVE HINDUSTAN
पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार इन दिनों चीन में हैं। इस दौरन चीन ने कहा है कि वह भारत और पाकिस्तान के बीच ‘स्थायी युद्ध विराम’ करवाने में मदद कर सकता है।

China on India-Pakistan Ceasefire: चीन ने सोमवार को कहा है कि वह भारत और पाकिस्तान के बीच ‘स्थायी युद्ध विराम’ के लिए अहम भूमिका निभाने को तैयार है। चीन का यह बयान तब आया है कि जब पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री मोहम्मद इशाक डार चीन पहुंचे हैं। सोमवार को इशाक डार ने शीर्ष चीनी राजनयिक वांग यी से मुलाकात भी की है। तीन दिवसीय यात्रा पर यहां पहुंचे डार चीन का दौरा करने वाले पहले उच्च स्तरीय पाकिस्तानी अधिकारी हैं।
इस बीच चीन ने एक बार फिर पाकिस्तान को संपूर्ण सहयोग देने की बात को दोहराते हुए अपना सदाबहार सहयोगी बताया। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माओ निंग ने सोमवार को एक मीडिया ब्रीफिंग में कहा, “चीन और पाकिस्तान सदाबहार रणनीतिक सहयोगी साझेदार हैं। डार की यह यात्रा पाकिस्तान सरकार द्वारा चीन-पाकिस्तान संबंधों के विकास को दिए जाने वाले उच्च महत्व को दर्शाती है।”
महत्वपूर्ण पड़ोसी हैं भारत-पाक: चीन
भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष पर बात करते हुए माओ ने कहा, “भारत और पाकिस्तान के बीच स्थिति के बारे में चीन ने कई मौकों पर अपनी स्थिति बताई है। हम दोनों पक्षों के साथ संवाद बनाए रखने और पूर्ण और स्थायी युद्धविराम को साकार करने और क्षेत्रीय शांति और स्थिरता बनाए रखने में रचनात्मक भूमिका निभाने के लिए तैयार हैं।” उन्होंने कहा कि भारत और पाकिस्तान चीन के महत्वपूर्ण पड़ोसी हैं और चीन दोनों देशों के साथ अपने संबंधों को उच्च महत्व देता है। माओ ने कहा कि चीन सभी पड़ोसी देशों के साथ संबंधों को विकसित करने में ईमानदारी, पारस्परिक लाभ और समावेशिता के सिद्धांत और साझा भविष्य की दृष्टि को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है।”
चीन ने कहा है कि जब से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ा है, चीन ने एक उद्देश्यपूर्ण और न्यायसंगत रुख अपनाया है और दोनों देशों से शांति और संयम बरतने और तनाव को बढ़ने से रोकने की अपील की है। उन्होंने कहा, “हम भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम का समर्थन और स्वागत करते हैं। हम एक पूर्ण और स्थायी संघर्ष विराम सुनिश्चित करने और क्षेत्रीय शांति और स्थिरता को बनाए रखने के लिए एक रचनात्मक भूमिका निभाने के लिए तैयार हैं।”
हथियारों पर सवालों को टाला
हालांकि चीन ने संघर्ष के दौरान पाकिस्तान द्वारा इस्तेमाल की जाने वालीं चीनी मिसाइलों पर सवाल को टाल दिया। चीनी अधिकारी ने कहा कि यह सवाल देश में रक्षा अधिकारियों से पूछा जाना चाहिए। इससे पहले चीन की वायु सेना ने उन खबरों का खंडन किया था जिसमें यह दावा किया गया था कि चीन कार्गो विमान के जरिए पाकिस्तान को हथियारों की आपूर्ति कर रहा है। बता दें कि स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (SIPRI) की हालिया रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान को सबसे ज्यादा हथियारें चीन से ही मिलती हैं।
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