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राष्ट्रपति ट्रंप

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क़तर ने अमेरिका के एयरफोर्स वन बेड़े के लिए एक विमान उपहार में दिया है. इसे अमेरिका ने स्वीकार कर लिया है. हालांकि इस उपहार लेने को लेकर आलोचना हो रही है.

इसमें राष्ट्रपति ट्रंप के कुछ बड़े समर्थक भी शामिल शामिल हैं.

पेंटागन के मुख्य प्रवक्ता सीन पार्नेल ने बुधवार को बताया, “रक्षा सचिव ने सभी फ़ेडरल नियमों और विनियमों के अनुसार क़तर से बोइंग 747 को स्वीकार कर लिया है.”

विमान में कुछ संशोधन किया जाएगा. इसके बाद इसे एयर फोर्स वन-राष्ट्रपति के हवाई परिवहन के लिए अधिकारिक रूप से इस्तेमाल किया जा सकेगा.

व्हाइट हाउस का कहना है कि यह उपहार कानूनी है. कतर के शाही परिवार की ओर से दिए गए इस उपहार की अनुमानित कीमत 400 मिलियन डॉलर है.

व्हाइट हाउस का कहना है कि नए विमान को ट्रंप के कार्यकाल के बाद राष्ट्रपति लाइब्रेरी में भेज दिया जाएगा.

कतर के इस विमान का राष्ट्रपति के लिए इस्तेमाल से पहले अतिरिक्त सुरक्षा प्रणालियों के साथ इस अपग्रेड करने में करीब साल भर लग ए सकते हैं. इसमें परमाणु विस्फोट झेलने की क्षमता और उड़ान के बीच ईंधन भरने की क्षमता शामिल है.

सामरिक एवं अंतर्राष्ट्रीय अध्ययन केंद्र के रक्षा एवं सुरक्षा विभाग के वरिष्ठ सलाहकार मार्क कैन्सियन का बताते है कि इस तरह के अपग्रेडेशन में करीब 100 करोड़ रुपए की लागत आ सकती है.

एक सप्ताह पहले इस हस्तांतरण की घोषणा से भारी विवाद पैदा हो गया. इसे उचित ठहराते हुए ट्रंप ने कहा था, “वे हमें एक उपहार दे रहे हैं” इसे अस्वीकार करना “मूर्खतापूर्ण” होगा.

अमेरिकी संविधान में एक प्रावधान है जिसे पारिश्रमिक खंड के रूप में जाना जाता है. यह कांग्रेस की अनुमति के बिना विदेशी सरकारों पर अमेरिका के सार्वजनिक अधिकारियों को उपहार देने पर रोक लगाता है.

इस हस्तांतरण को भी अभी तक कांग्रेस की मंजूरी नहीं मिली है.

राष्ट्रपति ने तर्क दिया है कि विमान का हस्तांतरण वैध है क्योंकि यह व्यक्तिगत रूप से उन्हें नहीं बल्कि अमेरिकी रक्षा विभाग को दिया जा रहा है. उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि वे पद छोड़ने के बाद इसका इस्तेमाल नहीं करेंगे.

वर्तमान में एयरफोर्स वन बेड़े में दो 747-200 जेट शामिल हैं. यह 1990 से उपयोग किया जा रहा है. इसके साथ ही कई छोटे 757 विमान भी बेड़े में शामिल हैं.

ट्रंप ने विमान निर्माता कंपनी बोइंग के प्रति अपनी नाराजगी व्यक्त की है. जिसे व्हाइट हाउस को दो 747-8 विमान उपलब्ध कराने का अनुबंध दिया गया है.

ट्रंप की टीम ने पहले कार्यकाल में ही इन्हें लेने की बातचीत की थी लेकिन इसकी सप्लाई में बार बार देरी होती चली गई. वहीं बोइंग ने बताया है कि अगले दो से तीन सालों तक भी इनकी सप्लाई नहीं हो पाएगी.

ट्रंप ने अपने दूसरे कार्यकाल के शुरू होने के कुछ सप्ताह बाद ही अपने मार-ए-लागो रिसॉर्ट के निकट पाम बीच में कतर के विमान का गुप्त रूप से दौरा किया था.

राष्ट्रपति ट्रंप ने स्पष्ट रूप से कहा है कि इसमें कोई लेन-देन शामिल नहीं है. यह विमान दो सहयोगियों के बीच एक साधारण आदान-प्रदान है.

ट्रुथ सोशल पर ट्रंप ने लिखा है,”रक्षा विभाग को एक बहुत ही सार्वजनिक और पारदर्शी लेनदेन के तहत, 40 वर्ष पुराने एयर फोर्स वन के स्थान पर अस्थायी रूप से 747 विमान का निःशुल्क उपहार मिल रहा है.”

कतर के प्रधानमंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुल रहमान बिन जसीम अल-थानी ने कहा है कि यह हस्तांतरण “सरकार से सरकार के बीच का लेन-देन है.”

उन्होंने कहा, “इसका व्यक्तिगत संबंधों से कोई लेना-देना नहीं है. न तो अमेरिकी पक्ष से, न ही कतर पक्ष से. यह दोनों रक्षा मंत्रालयों के बीच का मामला है.”

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