Source :- LIVE HINDUSTAN
यमन के हूती विद्रोहियों ने दावा किया है कि अमेरिका ने अफ्रीकी कैदियों वाली जेल पर एयरस्ट्राइक कर दी। इस बमबारी में कम से कम 68 लोग मारे गए हैं।

यमन के हूती विद्रोहियों ने प्रवासी अफ्रीकी कैदियों वाली जेल पर कथित अमेरिकी हवाई हमले में 68 लोगों की मौत होने का दावा किया है। इससे पहले उन्होंने इन हमलों में कम से कम 30 लोगों की मौत होने का दावा किया था लेकिन मृतक संख्या को बाद में बढ़ा दिया गया। विद्रोहियों के नागरिक सुरक्षा संगठन ने अलग से बताया कि हमले में 47 अन्य लोग घायल हुए हैं।
उन्होंने बताया कि इस जगह पर करीब 115 कैदी बंद थे। अमेरिकी सेना ने हूती विद्रोहियों के इस आरोप के बारे में पूछे गए सवालों का तत्काल जवाब नहीं दिया कि सादा प्रांत में हमला उन्होंने ही किया था। हूती विद्रोहियों के ‘अल-मसीरा’ उपग्रह समाचार चैनल द्वारा प्रसारित ग्राफिक फुटेज में कथित रूप से मृतकों के शवों और घायलों को पड़े दिखाया गया।
अमेरिकी सेना की सेंट्रल कमान ने रात को जारी एक बयान में कहा कि उसके ‘ऑपरेशन रफराइडर’ अभियान के तहत सैकड़ों हूती लड़ाकों और उनके कई नेताओं को मार गिराया गया है। इनमें वे लोग भी शामिल हैं जो हूतियों के मिसाइल और ड्रोन कार्यक्रम से जुड़े थे। हालांकि, सेना ने किसी भी नेता का नाम नहीं बताया। अमेरिका ने कहा है कि वह अपने हवाई हमले जारी रखेगा। ये हमले 15 मार्च से राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नेतृत्व में शुरू हुए थे।
बयान में कहा गया, “ईरान निस्संदेह हूतियों को समर्थन दे रहा है। हूती हमारी सेनाओं पर हमले केवल ईरानी सरकार के समर्थन से ही कर पा रहे हैं।” सोमवार सुबह हूतियों ने एक फुटेज जारी किया जिसमें उन्होंने कहा कि अमेरिका ने सना के उत्तर में बानी अल हरीथ जिले को निशाना बनाया। फुटेज में मलबे के बीच खून के धब्बे और एक टूटा हुआ ट्रक देखा जा सकता है।
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