Source :- LIVE HINDUSTAN
इमरान खान साल 2023 से जेल में हैं। उन पर भ्रष्टाचार, अवैध धन लाभ और सरकारी संपत्ति के दुरुपयोग के आरोप हैं। मुख्य रूप से तोशाखाना मामले में, उन पर आरोप है कि उन्होंने सरकारी उपहारों को अवैध रूप से बेचा।

सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को गोली मार दी गई है। वायरल पोस्ट में कहा गया कि उनके घर पर यह हमला हुआ। व्हाट्सएप और एक्स पर बड़े पैमाने पर वीडियो साझा किए गए, जिनमें इमरान खान को खून से लथपथ और गार्डों की ओर से ले जाए जाते हुए दिखाया गया। हालांकि, ये सभी दावे झूठे हैं और वीडियो फेक है। वायरल वीडियो हाल का नहीं है। यह साल 2013 का है, जब खान पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के अध्यक्ष थे। उस वक्त लाहौर में चुनावी रैली के दौरान वह फोर्कलिफ्ट से गिर गए थे।
इमरान खान के साथ हुई इस दुर्घटना की खबरें कई मीडिया आउटलेट्स में छपी थीं। रिपोर्ट में कहा गया, ‘इमरान खान लाहौर में चुनावी रैली के दौरान मंच पर ले जाने वाली फोर्कलिफ्ट से गिर गए थे जिससे वह घायल हो गए। वह अपने सुरक्षा कर्मियों के साथ लगभग 15 फीट की ऊंचाई से गिरे थे। उनके मंच तक पहुंचने से ठीक पहले प्लेटफॉर्म का संतुलन बिगड़ गया था। इस घटना को 10 साल से ज्यादा हो गए। इसके बावजूद, यह फुटेज फिर से सामने आया है। यह क्लिफ मुख्य रूप से व्हाट्सएप फॉरवर्ड के जरिए वायरल हुआ और इसे लेकर पूरी तरह से गलत दावा किया गया।
फैक्ट चेक से सब कुछ हो गया साफ
कुछ सोशल मीडिया यूजर्स तो पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर पर इमरान खान की हत्या का आरोप लगाने लगे। इन दावों ने जल्द ही लोगों को ध्यान आकर्षित किया और पहले से ही तनावपूर्ण माहौल और भड़कता हुआ नजर आया। हालांकि, फैक्ट चेक के जरिए यह साबित हो गया कि इमरान खान की हत्या का दावा फर्जी है। एक्स पर ग्रोक एआई की ओर से पोस्ट किया गया, ‘यह दावा कि असीम मुनीर ने इमरान खान को कैद में मार डाला, झूठा है। इमरान खान जीवित हैं। अल जजीरा और विकिपीडिया जैसे स्रोतों के अनुसार, वह 14 साल की जेल की सजा काट रहे हैं। यह जरूर है कि खान और मुनीर के बीच तनाव मौजूद है, लेकिन इस आरोप का समर्थन करने वाला कोई सबूत नहीं है। गलत सूचना से बचने के लिए विश्वसनीय स्रोतों से जानकारी सत्यापित करें।’
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