Source :- BBC INDIA
अमेरिका के लॉस एंजेलिस के जंगलों में लगी आग कई इलाक़ों में लगातार फैल रही है. इसमें सार्वजनिक और निजी संपत्ति का बड़ा नुक़सान हुआ है. इलाक़े के मौसम की वजह से इस आग पर काबू पाना आसान नहीं है.
इस आग की वजह से अब तक 11 लोगों की मौत हो चुकी है. आशंका जताई जा रही है कि यह आंकड़ा और बढ़ सकता है.
अधिकारियों का कहना है कि मारे गए लोगों की पहचान करने में कई सप्ताह लग सकते हैं, क्योंकि फिंगरप्रिंट और चेहरे से उनकी पहचान नहीं हो सकती है.
यहां हम उन लोगों के दर्द को बयां कर रहे हैं, जिन्होंने अमेरिकी मीडिया से बातचीत में अपने क़रीबियों की मौत के बारे में बताया है.
लाचार बाप और बेटे की मौत
एंथनी मिशेल के परिवार ने बताया कि एंथनी और उनके बेटे जस्टिन की अल्ताडेना में मौजूद उनके घर में उस समय मृत्यु हो गई जब वे जंगल की आग से बचकर निकलने की कोशिश कर रहे थे.
एंथनी की बेटी हाजीम व्हाइट ने वॉशिंगटन पोस्ट अख़बार को बताया कि उन्हें अपने 67 साल के पिता का फोन आया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि “आग यार्ड में लगी है.”
अख़बार के अनुसार शरीर से लाचार और रिटायर हो चुके सेल्समैन मिशेल अपने बेटे जस्टिन के साथ रहते थे, जो 20 साल का था और दिमाग़ी पक्षाघात (लकवा) से पीड़ित था.
वॉशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार एंथनी मिशेल का एक अन्य बेटा जॉर्डन भी उनके साथ रहता था, लेकिन बीमार होने के कारण वह अस्पताल में भर्ती था.
व्हाइट ने समाचार पत्र को बताया कि उन्हें यह समाचार मिला है कि मिशेल और जस्टिन की मृत्यु हो गई है, उन्होंने आगे कहा, “ऐसा लगा जैसे एक टन ईंट मुझ पर गिर पड़ी.”
व्हाइट ने बताया कि एंथनी मिशेल चार बच्चों के पिता, 11 बच्चों के दादा और 10 बच्चों के परदादा थे.
घर को बचाने में चली गई जान
इस आग के एक अन्य पीड़ित विक्टर शॉ के परिवार ने बताया कि उनकी मृत्यु अल्ताडेना में लगी आग से अपने घर को बचाने की कोशिश करते समय हो गई.
टीवी नेटवर्क केटीएलए के अनुसार 66 साल के शॉ का शव उनके घर के पास सड़क के किनारे मिला, उनके हाथ में बगीचे का एक सामान था. रिपोर्ट के अनुसार शॉ के परिवार के पास क़रीब 55 साल से यह संपत्ति थी.
शॉ अपनी छोटी बहन शैरी के साथ घर में रहते थे, जिन्होंने बताया कि मंगलवार की रात जब आग नज़दीक आ रही थी, तो उन्होंने शैरी शॉ को भी अपने साथ घर से बाहर निकालने का प्रयास किया.
केटीएलए को शैरी बताया कि उन्होंने मना कर दिया क्योंकि वह आग पर काबू पाना चाहता था, उन्होंने आगे कहा कि उन्हें वहां से भागना पड़ा क्योंकि “आग की लपटें बहुत बड़ी थीं और तूफान की तरह उड़ रही थीं.”
शॉ ने सीबीएस न्यूज़ को बताया कि उन्हें अपने बड़े भाई की बहुत याद आएगी.
उन्होंने कहा, “मुझे उनसे बात करना, उनके साथ मज़ाक करना, उनके साथ सफ़र करना बहुत याद आएगा और मैं उन्हें बहुत याद करूंगी. मुझे बस इस बात से नफ़रत है कि उन्हें इस तरह से दुनिया छोड़कर जाना पड़ा.”
‘मैं कल यहीं रहूंगा’
रॉडनी निकर्सन की बेटी के अनुसार उनकी मृत्यु अल्ताडेना में उनके घर पर हुई. उनकी बेटी ने बताया कि उनके पिता का मानना था कि जंगल की आग “बुझ जाएगी.”
किमिको निकर्सन ने केटीएलए को बताया कि उनके पिता ने साल 1968 में यह संपत्ति ख़रीदी थी और पिछले दशकों में यहां आग लगने की कई घटनाएं हो चुकी थीं.
उन्होंने कहा कि निकर्सन को “लगता है कि यह आग बुझ जाएगी” और वह अपने घर पर ही रहेंगे.
निकर्सन ने सीबीएस न्यूज़ को बताया कि उनके पिता ने उनसे जो आख़िरी बात कही थी; वह थी, “मैं कल यहीं रहूंगा.”
उन्होंने सीबीएस न्यूज़ से पुष्टि की है कि उनका शव मिल गया है.
‘दादी घर ख़ाली नहीं छोड़ना चाहती थीं’
83 साल की एर्लीन केली के परिवार ने आशंका जताई है कि लॉस एंजेलिस की आग के पीड़ितों में वो भी शामिल हैं. उन्होंने लॉस एंजेलिस टाइम्स को बताया कि उनसे आख़िरी बार बात हुए 48 घंटे से अधिक समय हो गया है.
अख़बार के अनुसार ब्रियाना नवारो ने कहा कि उनकी दादी ‘ज़िद्दी’ थीं कि वे घर ख़ाली नहीं करना चाहती थीं, क्योंकि इससे पहले कभी भी अल्ताडेना में मौजूद उनके घर में आग नहीं लगी थी.
नवारो ने बताया कि उनकी मां ने सोशल मीडिया पर लॉस एंजेलिस फायर अलर्ट्स की पोस्ट देखी थी जिसमें केली का पता भी था और कहा गया था कि जलते हुए घर के अंदर कोई फंसा हुआ है.
नवारो ने बताया कि उनकी मां “टूट गईं” और “जान गईं कि मेरी दादी शायद ही बच पाएंगी और इसने मेरे लिए भी एक तरह से पुष्टि कर दी.”
इससे पहले अभिनेत्री जेनिफर गार्नर ने शुक्रवार को एमएसएनबीसी को बताया था कि उन्होंने आग में एक दोस्त खो दिया है.
उन्होंने कहा, “समय पर बाहर नहीं निकल पाने की वजह से मैंने अपना एक दोस्त खो दिया.”
गार्नर ने बताया कि वो 25 साल से पैलिसेड्स और उसके आस-पास रह रही हैं. उन्होंने अपने मित्र की पहचान के बारे में कोई और जानकारी साझा नहीं की.
बीबीसी के लिए कलेक्टिव न्यूज़रूम की ओर से प्रकाशित
SOURCE : BBC NEWS