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संक्षेप:

पाकिस्तानी सेना की ओर से जारी बयान के अनुसार, आसिम मुनीर ने गुजरांवाला और सियालकोट छावनी क्षेत्रों का दौरा किया, जहां उन्हें अभियानगत तैयारियों और युद्ध तैयारियों को मजबूत बनाने से जुड़ीं प्रमुख पहलों की जानकारी दी गई।

पाकिस्तान के सेना प्रमुख फील्ड मार्शल आसिम मुनीर ने सुरक्षा व्यवस्था को लेकर शनिवार को बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि सुरक्षा बल बाहरी और अंतरराष्ट्रीय तत्वों से होने वाले खतरों से निपटने के लिए तैयार है। सेना की ओर से जारी बयान के अनुसार, मुनीर ने गुजरांवाला और सियालकोट छावनी क्षेत्रों का दौरा किया, जहां उन्हें अभियानगत तैयारियों और युद्ध तैयारियों को मजबूत बनाने से जुड़ीं प्रमुख पहलों की जानकारी दी गई।

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इस मौके पर आसिम मुनीर ने कहा, ‘पाकिस्तान की सेना शत्रुतापूर्ण हाइब्रिड ऑपरेशन, चरमपंथी विचारधाराओं और राष्ट्रीय स्थिरता को कमजोर करने की कोशिश करने वाले विभाजनकारी तत्वों से उत्पन्न आंतरिक व बाहरी दोनों तरह की चुनौतियों से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है।’ 26 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में 26 नागरिकों की मौत हुई थी। इसके बाद 7 मई को भारत ने ऑपरेशन सिंदूर शुरू कर पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में आतंकवादियों के ठिकानों को निशाना बनाया था।

आसिम मुनीर ने अपने संदेश में क्या कहा

इन हमलों के बाद चार दिन तक दोनों ओर से हमले हुए, जो 10 मई को सैन्य कार्रवाई रोकने को लेकर आपसी सहमति कायम होने के बाद बंद हो गए। अधिकारियों और सैनिकों से बातचीत के दौरान मुनीर ने उनके ऊंचे मनोबल और राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति अटूट प्रतिबद्धता की सराहना की। उन्होंने कठोर और मिशन-केंद्रित प्रशिक्षण के महत्व पर जोर दिया।

दूसरी ओर, पाकिस्तानी मीडिया में आई खबर में कहा गया कि खुफिया एजेंसी ISI के पूर्व प्रमुख फैज हमीद को सजा सुनाया जाना सिर्फ एक शुरुआत है। 2 साल पहले हुए सेना-विरोधी दंगों में शामिल राजनेताओं व कार्यकर्ताओं के खिलाफ कई नए मामलों की शुरुआत हो सकती है। हमीद को गुरुवार को सैन्य अदालत ने 14 साल की सजा सुनाई। अदालत ने उन्हें शासकीय गोपनीयता अधिनियम के उल्लंघन और राजनीतिक गतिविधियों में शामिल होने का दोषी पाया। हमीद को सजा सुनाए जाने पर सेना का बयान मुख्य रूप से सैन्य कानूनों के तहत हुई उनकी दोषसिद्धि पर केंद्रित था।

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