Source :- LIVE HINDUSTAN
मलेशिया की अदालत ने दो डॉक्टरों पर 6 मिलियन रिंगिट (11.42 करोड़ रुपये) का जुर्माना लगाया है। आदेश में कहा गया कि महिला मरीज के परिवार वालों को मुआवजे की यह रकम दी जाए। दरअसल, इनमें से एक डॉक्टर पर आरोप लगा कि वह उस वक्त अस्पताल के बाहर शराब लेने गया जब खून से लथपथ हालत में मरीज उसके पास था। साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, कोर्ट ने डॉ. एम शनमुगम और डॉ. ए रवि के साथ नर्स इजानिया नतालिया जुकिमिन, नूर ऐडा मैट ईसा, नेसी यासा को लापरवाही का दोषी पाया। जस्टिस नोर्लिजा ओथमैन ने 2019 के मामले का जिक्र करते हुए कहा कि इनकी लापरवाही के कारण महिला की मौत हो गई थी।
रिपोर्ट के मुताबिक, न्यायाधीश नोर्लिजा ने कहा कि अदालत को इस मामले को लेकर कई सारी जानकारियां दी गईं। यह बताया गया कि मरीज एम पुनिता को अपने दूसरे बच्चे के जन्म और नाल को हटाने के बाद गंभीर रक्तस्राव हुआ था। इसके बावजूद, मेडिकल स्टाफ ने उसके परिवार वालों को आश्वासन दिया कि मरीज की हालत स्थिर है। यह कहकर दोनों डॉक्टर डिलीवरी रूम से बाहर चले गए और महिला को तीन नर्सों की निगरानी में छोड़ दिया। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य मंत्रालय ने नर्सों को इस काम के लिए योग्य नहीं पाया था।
‘बेटी को काफी रक्तस्राव हुआ, डॉक्टर ने नहीं देखा’
अस्पताल में मृतक की मां को पता चला कि उनकी बेटी को काफी रक्तस्राव हो रहा है, जिसे रोकने के लिए नर्सों ने कपड़े का इस्तेमाल किया। बाद में मरीज की हालत काफी गंभीर हो गई। उन्हें दूसरे हॉस्पिटल में ट्रांसफर कर दिया गया। यहां पर इमरजेंसी में उसकी सर्जरी की गई मगर पहले ही खून इतना ज्यादा बह गया था कि उन्हें बचाया नहीं जा सका। यह पूरी तरह से डॉक्टरों की लापरवाही का मामला था। जज ने अपने फैसले में कहा कि डॉक्टरों के पास प्रसूति विज्ञान का कापी अनुभव था। मगर, वे प्रसव से संबंधित सामान्य जटिलताओं को नहीं समझ सके। मरीज की हालत के को लेकर आंखें मूंद ली गईं जो कि कतई स्वीकार्य नहीं किया जा सकता है।
SOURCE : LIVE HINDUSTAN