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ब्रिटेन की राजधानी लंदन में रविवार की सुबह लोग आम दिनों की तरह ही अपने घरों से निकले। उन्होंने बकायदा ऊनी कपड़े, कोट और टोपी और भी पहनी। हालांकि एक चीज नदारद थी। वह थी पैंट। रविवार को लंदन की सड़कों पर हजारों की तादाद में लोग बिना पैंट के यानी सिर्फ अंडरवियर पहनकर सफर करते दिखे। इनमें लोगों में महिलाएं भी शामिल थीं। लोग अंडरवियर पहन कर मेट्रो, बस और गलियों में घूमते नजर आए। दरअसल लंदन के लोग एक खास दिन को मनाने के लिए ऐसा करते हैं। इसे ‘नो ट्राउजर्स डे’ के नाम से भी जाना जाता है।

नो ट्राउजर्स डे की शुरुआत 2002 में न्यूयॉर्क में हुई थी और धीरे-धीरे इसका चलन बर्लिन, प्राग और वाशिंगटन जैसे शहरों में तक भी पहुंच गया। लंदन में पहली बार 2009 में इसे बड़े पैमाने पर मनाया गया था और तब से इसे हर साल आयोजित किया जाता है। इसे मनाने वाले लोग ऐसे कपड़े पहनते हैं जिससे यह लगे कि वे अपनी पैंट भूल गए हैं। इसे मानने की वजह भी काफी दिलचस्प है। इसके जरिए लोग माहौल को हल्का बनाकर लोगों के चेहरे पर मुस्कान लाने की कोशिश करते हैं। लोगों का कहना है कि परेशानियों को भुला कर लोगों को हंसाने इसका उद्देश्य है।

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‘नो ट्राउजर्स ट्यूब राइड’ न्यूयॉर्क के कॉमेडियन चार्ली टॉड द्वारा बनाए गए स्टंट से प्रेरित है। चार्ली टॉड को यह आइडिया तब आया जब उन्होंने सर्दियों के मौसम में एक दिन सबवे पर एक शख्स को सिर्फ अंडरवियर पहने हुए देखा। बीबीसी से बात करते हुए टॉड ने बताया, “इस आयोजन का लक्ष्य लोगों का मनोरंजन करना, लोगों को हंसाना है। यह गलत नहीं है। यह किसी को परेशान करने के लिए नहीं है। उम्मीद है कि यह भावना जारी रहेगी।”

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