Source :- LIVE HINDUSTAN
Reason why not eating non veg in specifiv days: आखिर क्यों हिंदू परिवारों में सप्ताह और महीने के कुछ दिनों में नॉन वेज खाने से पूरी तरह मना किया जाता है। इसका केवल स्प्रिचुअल कारण नहीं बल्कि साइंटिफिक कारण भी है।

नॉनवेज खाने वालों से अक्सर कहते सुना होगा कि वो हफ्ते के कुछ दिन मीट नहीं खाते। उनके घर में या पैरेंट्स मंगलवार, गुरुवार, शुक्रवार और शनिवार जैसे दिनों में खाने से मना करती हैं। ज्यादातर लोग इस मनाही को केवल धार्मिक कारण से जोड़कर देखते हैं। लेकिन पुराने जमाने से चले आ रहे इस नियम का मकसद केवल धार्मिक ही नही हैं बल्कि साइंटिफिक भी है। आप भी जान लें कि आखिर क्यों हफ्ते के सातों दिन नॉनवेज खाने से पुराने जमाने के लोग या दादी-नानी मना करते हैं।
माइंडफुल ईटिंग से जुड़ा है कनेक्शन
सप्ताह के कुछ दिन नॉनवेज ना खाने का कनेक्शन स्प्रिचुअल होने के साथ ही हेल्थ से भी जुड़ा है। माइंडफुल ईटिंग हैबिट में हमेशा सोच-समझकर और हेल्दी खाने के लिए बोला जाता है। हर दिन मीट खाना बॉडी के लिए हार्मफुल हो सकता है। इसलिए हमेशा ताजा अन्न खाने को कहा जाता है। जिससे माइंड फ्रेश रहे और बुरे विचार ना आएं।
डाइजेशन के लिए है जरूरी
लगातार मीट खाने से डाइजेस्टिव सिस्टम पर प्रेशर बढ़ता है और मीट पूरी तरह से पच नहीं पाता। इसलिए हमेशा सप्ताह के कुछ दिन ही मीट खाया जाता है। जिससे ना केवल शरीर को ब्रेक मिले बल्कि सारा मीट आसानी से पच सके और डाइजेस्टिव सिस्टम को थोड़ा रिलैक्स मिल सके।
डिसिप्लिन मेंटेन करना
खाने में डिसिप्लिन मेंटेन करना भी जरूरी है। जिससे बच्चों से लेकर बड़ों को ये डिसिप्लिन हर खाने की चीज में आ सके। जब आप अपनी फेवरेट चीज सामने देखकर भी नहीं खा पाते हैं तो इससे एक डिसिप्लिन मेंटेन होता है।
कल्चर को फॉलो करना है
हिंदू धर्म में कई सारे त्योहार होते हैं। नवरात्रि से लेकर हर महीने एकादशी, प्रदोष जैसे पवित्र दिनों में मीट, अंडा खाने के लिए पूरी तरह से मना किया जाता है। जिससे कल्चर डिसिप्लिन भी फॉलो हो सके।
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